Jaya Ekadashi 2024: हिंदू धर्म में इस एकादशी को काफी महत्वपूर्ण माना जाता है, आज जया एकादशी है यह व्रत हर साल माघ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को रखा जाता है, ज्योतिष के जानकारों की मानें तो इस दिन श्रीकृष्ण की विशेष उपासना से बुरे कर्मों और पापों का नाश हो जाता है. यह व्रत संस्कारों को शुद्ध कर देता है जया एकादशी के व्रत से चंद्रमा के हर दुष्प्रभाव को रोका जा सकता है ग्रहों के दुष्परिणामों को भी काफी हद तक कम किया जा सकता है.
जया एकादशी का व्रत 20 फरवरी दिन मंगलवार यानी आज रखा जाएगा, 20 फरवरी को सुबह 9 बजकर 45 मिनट से लेकर दोपहर 2 बजे तक पूजा का शुभ मुहूर्त रहेगा, जया एकादशी के पारण का समय 21 फरवरी दिन बुधवार को सुबह 6 बजकर 55 मिनट से लेकर सुबह 9 बजकर 11 मिनट तक रहेगा.
जया एकादशी का व्रत दो तरह से रखा जाता है-निर्जला व्रत और फलाहारी या जलीय व्रत, आमतौर पर पूरी तरह स्वस्थ व्यक्ति को ही निर्जल व्रत रखना चाहिए सामान्य लोगों को फलाहारी या जलीय उपवास रखना चाहिए. इस व्रत में भगवान श्री कृष्ण की उपासना विशेष फलदायी होती है जया एकादशी पर सुबह स्नानादि के बाद व्रत का संकल्प लें.
फिर से एक चौकी पर भगवान विष्णु की प्रतिमा स्थापित करें, उनके सामने घी का दीपक जलाएं उन्हें फूल,फल, मिठाई, नेवैद्य अर्पित करें, इस दिन भगवान को पंचामृत का भोग भी लगाया जाता है, यदि आप व्रत या उपवास नहीं कर पा रहे हैं, तो केवल श्री कृष्ण की उपासना करने से भी इस व्रत का पूरा लाभ आपको मिलेगा. First Updated : Tuesday, 20 February 2024