Varalakshmi Vrat 2023: आज है सावन का आखिरी शुक्रवार, कैसे करें वरलक्ष्मी का व्रत?
Varalakshmi Vrat 2023: हिंदू धर्म में अलग-अलग दिन भगवान की पूजा के लिए समर्पित हैं. इस बार सावन 59 दिनों का यानी दो महीने का रहा. आज का दिन सावन के शुक्रवार का आखिरी दिन हैं.
हाइलाइट
- सावन के दिनों में रखने वाले व्रतों को काफी पवित्र माना जाता है.
Varalakshmi Vrat 2023: सावन के दिनों में रखने वाले व्रतों को काफी पवित्र माना जाता है साथ ही कहा जाता है कि जो व्यक्ति भगवान की सच्चे मन से पूजा करते हैं. भगवान शिव उनकी पूजा का फल उन्हें अवश्य देते हैं. आज का दिन बेहद ही खास है क्योंकि आज वरलक्षमी का व्रत रखा जाता है. इस दिन अधिकतर महिलाएं माता लक्ष्मी के लिए व्रत रखती हैं साथ ही उनसे प्रर्थना करती हैं कि आने वाले दिनों में उनके घर सुख-शांति का वास हो जाएं.
शुक्रवार का यह व्रत रखना काफी आसान हैं साथ ही माता लक्ष्मी की पूजा करना भी काफी आसान हैं पूजा करते समय एक बात का अवश्य ध्यान रखें कि पूजा केवल माता लक्ष्मी की नहीं बल्कि भगवान शिव की भी अवश्य करें क्योंकि सावन के दिन भगवान भोलेनाथ को काफी प्रिय है.
शुभ मुहूर्त
सावन का आखिरी शुक्रवार के दिन वरलक्ष्मी व्रत रखा जाता है जो कि इस साल 25 अगस्त 2023 यानी आज है. शुक्रवार का दिन धन की देवी माता लक्ष्मी का होता है और वरलक्ष्मी का व्रत उन्हीं के लिए किया जाता है.आज के पूजा का मुहूर्त सुहब 6 बजकर 55 मिनट से सुबह 7 बजकर 45 मिनट तक रहेगा. यदि इस मुहूर्त में पूजा न कर पाएं तो दोपहर 12 बजकर 15 मिनट से लेकर दोपहर 1 बजकर 16 मिनट तक रहेगा.
कैसे करें पूजा?
वरलक्ष्मी व्रत के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लें उसके बाद स्वच्छ वस्त्र धारण कर लें. जहां आपका मंदिर है उस स्थान को अच्छे से साफ कर लें. चौकी पर लाल रंग का कपड़ा बिछाएं और मां लक्ष्मी व भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित करें. फिर हाथ में जल लेकर व्रत का संकल्प करें और पूरे विधि –विधान से माता लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करें.
पूजा करते समय भगवान की मूर्ति के दांए तरफ थोड़े से चावल रखें और उस पर जल से भरा कलश रखें. कलश पर कलावा बांधें साथ ही माता लक्ष्मी और भगवान गणेश, भगवान शिव को सिंदूर का तिलक लगाएं घी का दीपक जलाएं और मंदिर में जाकर भूखे लोगों को खाना खिलाएं.