मां बनना लगभग हर महिला के लिए एक सुखद अनुभव होता है। दांपत्य जीवन के लिए संतान सुख की अपेक्षा अधिकतर लोग करते हैं और संतान के आगमन से घर में खुशियां छा जाती हैं। लेकिन कई बार शादी के कई साल बीत जाने पर भी दंपति को संतान सुख प्राप्त नहीं हो पाता। इसके लिए यूं तो चिकित्सा विज्ञान में कई तरह के इलाज हैं लेकिन इसके साथ साथ वास्तु शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र में कुछ उपाय बताए गए हैं जिन्हें सच्चे मन से करने पर जल्दी ही संतान सुख प्राप्त होने के योग बन सकते हैं। चलिए जानते हैं कि संतान सुख की कामना रखने वाले दंपति को घर में क्या क्या उपाय करने चाहिए ताकि संतान सुख प्राप्त होने के सफल योग बन सकें।
घर में जिस कमरे में दंपति निवास करते हैं, उस कमरे की दीवार पर हाथी का चित्र लगाने पर लाभ होगा। दरअसल हाथी को फर्टिलिटी का प्रतीक माना गया है इसलिए इससे संतान सुख प्राप्त होने के योग बन सकते हैं। इसके अलावा फलों की बात करें तो अनार जैसे फल को फर्टिलिटी का कारक नामा गया है और इस फल को कमरे में रखने से भी संतान प्राप्ति के योग बनते हैं।
दंपति का बिस्तर हो सही दिशा में
दंपति का बिस्तर कमरे की बीम के ठीक नीचे नहीं होना चाहिए। इससे संतान सुख प्राप्ति में बाधा आने की बात कही गई है। जब भी सोएं तो पत्नी हमेशा पति के बाईं ओर ही बिस्तर पर सोए। इससे दांपत्य जीवन भी सुखमय होता है और संतान प्राप्ति के योग बनते हैं।
जो लोग नया परिवार शुरू करना चाह रहे हैं उनको अपना कमरा घर में वायव्य कोण यानी यानी नार्थ वैस्ट में चुनना चाहिए। जबकि प्रेग्नेंसी यानी कंसीव करने के बाद कपल को घर के दक्षिण पश्चिम भाग के कमरे में निवास करना चाहिए। इससे प्रेग्नेंसी में आ रही दिक्कतें कम होने की संभावना बनती है।
दंपति को अपने शयनकक्ष में बाल गोपाल और लड्डू गोपाल की तस्वीर जरूर लगानी चाहिए। इससे संतान प्राप्ति की योजना फलीभूत होती है। अगर बैडरूम में भगवान की तस्वीर नहीं लगाना चाह रहे तो किसी हंसते खेलते नन्हें मुन्हें बच्चे की तस्वीर भी लगाई जा सकती है।
अगर कोशिश करने के बावजूद संतान नहीं हो रही है तो पत्नी को अपने बिस्तर के नीचे हरे रंग की बांसुरी छिपा कर सोना चाहिए।
संतान प्राप्ति के लिए पति या पत्नी किसी एक को रोज ‘देवकी सुत गोविन्द वासुदेव जगत्पते. देहि मे तनयं कृष्ण त्वामहं शरणंगता’ मंत्र का जाप करना चाहिए और ये मंत्र रोज 108 बार जपना है और पूरे साल भर इसका जप करना है। इससे संतान प्राप्ति की मनोकामना पूरी होने के योग बनते हैं।
अगर संतान नहीं हो रही है तो बरगद के पत्ते पर स्वास्तिक का चिह्न बनाकर उस पर थोड़े से चावल और एक सुपारी रखकर देवी मां के मंदिर में अर्पित करना चाहिए। इससे संतान प्राप्ति के योग बनते हैं।
जिस घर में संतान प्राप्ति के प्रयास किए जा रहे हों उस घऱ में ईशान कोण में वास्तु दोष नहीं होना चाहिए जैसे ईशान कोण में भारी बनावट, ईशान कोण का कटा हुआ होना या तिरछा होना या फिर बाकी घर से ऊंची होना। इससे संतान प्राप्ति में बाधा आती है। अगर आपके घर में ईशान कोण का वास्तु गलत है तो उसे तुरंत ठीक करवा लें, इससे संतान प्राप्ति के योग बनेंगे।
नवग्रहों में बृहस्पति ग्रह को संतान सुख कारक कहा गया है, अगर संतान नहीं हो रही है तो पति पत्नी दोनों को ही वीरवार के व्रत रखने चाहिए और बृहस्पति की पूजा करनी चाहिए।
घर की पश्चिमी दिशा में धातु के सामान की सजावट करके उसे अच्छा बनाना चाहिए। इससे भी संतान प्राप्ति के योग जल्दी बनते हैं।
घर की दीवारों पर भी वास्तु सम्मत तस्वीरें लगानी चाहिए। घर की दीवारों पर अगर युद्धरत तस्वीरें लगी हैं या फिर अकेले या उदास आदमी की तस्वीर लगी है तो उसे तुरंत हटा देना चाहिए। First Updated : Tuesday, 11 April 2023