Chandrama Pendant Significance And Benefit: घर में नवजात बच्चों को बुरी नजर और बीमारियों से बचाने के लिए लोग कई उपाय करते हैं. कभी-कभी बच्चों को नजर लग जाती है, जिससे वे रोने और चिड़चिड़ाने लगते हैं, और दूध पीना या खाना भी छोड़ देते हैं, जिससे उनकी सेहत खराब हो सकती है. इस कारण, पुरानी परंपराओं के अनुसार, बच्चों को बुरी नजर से बचाने के लिए उनके गले में चांदी का आधा चांद पहनाया जाता है. आइए जानते हैं कि यह क्यों पहनाया जाता है और इसका क्या महत्व है.
चांदी के आधे चांद का लॉकेट पहनाने की परंपरा बहुत पुरानी है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, बच्चों को 10 साल तक चांदी का आधा चांद पहनाना चाहिए. चांदी चंद्रमा की धातु मानी जाती है और चंद्रमा को आत्मा और मन का कारक माना गया है. इस वजह से चांदी पहनाने से बच्चों का मन शांत रहता है और उनकी सेहत पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, चांदी का आधा चांद पहनाने से बच्चों की मानसिक और शारीरिक सेहत पर अच्छा असर पड़ता है. चांदी के लॉकेट का बच्चों पर सकारात्मक प्रभाव होता है, जिससे उनका मन शांत रहता है और वे खुश रहते हैं. एक्सपर्ट्स का मानना है कि बच्चे जब अपनी ऊर्जा छोड़ते हैं, तो चांदी की धातु उस ऊर्जा को वापस उनके शरीर में भेजने में मदद करती है, जिससे वे मानसिक रूप से स्वस्थ रहते हैं.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, चांदी के आधे चांद का लॉकेट बच्चों की सेहत पर सकारात्मक असर डालता है. यह उनकी ऊर्जा को नियंत्रित करता है और उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत करता है. इसके अलावा, यह लॉकेट बच्चों को बुरी नजर से बचाता है और उनकी शारीरिक और मानसिक सेहत को बेहतर बनाए रखता है. इसलिए, बच्चों के गले में चांदी का आधा चांद पहनाना एक पुरानी परंपरा है, जो उनकी सेहत और खुशहाली के लिए लाभकारी मानी जाती है. First Updated : Saturday, 28 December 2024