इन चीजों के बिना अधूरी रहती है शनि त्रयोदशी की पूजा, अभी से कर लें तैयारी
Shani Trayodashi 2024: शनि त्रयोदशी व्रत को बहुत ही शुभ माना जाता है. यह दिन भगवान शनि को समर्पित होता है. कहा जाता है कि उनकी पूजा से भक्तों को सुख-सौभाग्य की प्राप्ति होती है. साथ ही कुंडली से शनि दोष भी समाप्त हो जाता है.
Shani Trayodashi 2024: शनि त्रयोदशी का व्रत हिंदू धर्म में बेहद शुभ और फलदायी माना जाता है. यह दिन भगवान शनि देव और शिवजी की आराधना के लिए समर्पित होता है. मान्यता है कि इस व्रत को करने से शनि दोष समाप्त होता है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है. इस बार शनि त्रयोदशी व्रत 28 दिसंबर 2024 को रखा जाएगा. आइए जानते हैं इस दिन की पूजा विधि और आवश्यक सामग्री.
शनि त्रयोदशी 2024 की पूजा सामग्री
शनि त्रयोदशी पर पूजा के लिए नीचे दी गई सामग्रियों को तैयार रखें, जिससे पूजा में किसी प्रकार की बाधा न आए:-
पंच मिष्ठान्न
- बिल्वपत्र, धतूरा, भांग, बेर, आम्र मंजरी
- पुष्प, पंच फल, पंच मेवा
- रत्न, सोना, चांदी, दक्षिणा
- पूजा के बर्तन, कुशासन, शुद्ध देशी घी
- दही, शहद, गंगाजल, शुद्ध जल
- पंच रस, इत्र, गंध रोली, मौली, जनेऊ
- जौ की बालें, तुलसी दल, मंदार पुष्प
- गाय का कच्चा दूध, ईख का रस, कपूर, धूप, दीप
- भगवान शिव और माता पार्वती की शृंगार सामग्री
शनि त्रयोदशी शुभ मुहूर्त
आपको बता दें कि हिंदू पंचांग के अनुसार, पौष माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि 28 दिसंबर को रात 02:28 बजे से शुरू होगी और 29 दिसंबर को रात 03:32 बजे समाप्त होगी. पूजा का श्रेष्ठ समय 28 दिसंबर की शाम 05:26 बजे से 08:17 बजे तक रहेगा.
शनि देव के पूजन मंत्र-
ॐ शं शनैश्चराय नमः
ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः
ॐ नीलांजन समाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम।
छायामार्तंड संभूतं तं नमामि शनैश्चरम॥
पूजा का महत्व
इसके अलावा आपको बता दें कि शनि त्रयोदशी पर भगवान शनि और शिवजी की पूजा करने से कुंडली में मौजूद शनि दोष का प्रभाव कम होता है. इस दिन भगवान शनि को प्रसन्न करने से कार्यों में सफलता, धन और मानसिक शांति प्राप्त होती है.
(Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि हम किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करते हैं. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.)