विज्ञान
समुद्र की गहराइयों से निकला 2000 साल पुराना कंप्यूटर, वैज्ञानिक भी रह गए दंग
पुराने समय में खजाना ले जाने वाले जहाजों में मिली एंटीकिथेरा तंत्र लगभग 2000 साल पुराना है. यह पहला एनालॉग कंप्यूटर माना जाता है. यह यंत्र ग्रहण और ग्रहों की गति की भविष्यवाणी करता था. 1900 में इसकी खोज ग्रीस के साइमी द्वीप के पास हुई.
NISAR उपग्रह लॉन्च, पृथ्वी की धड़कन को नापेगा इसरो और नासा का मिशन, हर गतिविधि पर सटीक नजर, देखें Video
इसरो और नासा ने मिलकर अरबों डॉलर के निसार उपग्रह को सफलतापूर्वक पृथ्वी की धड़कन यानी भूकंप, बर्फ़ पिघलने और जलवायु बदलावों की निगरानी के लिए प्रक्षेपित किया है. यह उपग्रह पृथ्वी की सतह की उच्च-गुणवत्ता वाली तस्वीरें देगा और प्राकृतिक आपदाओं की बेहतर समझ और तैयारी में मदद करेगा. यह भारत-अमेरिका की अंतरिक्ष तकनीक सहयोग का महत्वपूर्ण उदाहरण है.
40 साल बाद कोई भारतीय भरेगा अंतरिक्ष की उड़ान, वायुसेना के शुभांशु शुक्ला मई में ISS की करेंगे यात्रा
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की आगामी योजनाओं की समीक्षा के लिए आयोजित एक उच्च स्तरीय बैठक के बाद बोलते हुए सिंह ने कहा कि भारत अंतरिक्ष में अपनी अगली उपलब्धि के लिए तैयार है. उन्होंने पुष्टि की कि शुक्ला एक्सिओम स्पेस के एक्स-4 मिशन के हिस्से के रूप में उड़ान भरेंगे, जिससे वह आईएसएस का दौरा करने वाले पहले भारतीय बन जाएंगे.
अगर भारत ना होता तो क्या होता... दुनिया के लिए चांद पर कदम रखना हो जाता मुश्किल!
चांद पर पहुंचने के रास्ते में भारत का योगदान अत्यधिक महत्वपूर्ण रहा है, खासकर आर्यभट्ट की दशमलव प्रणाली के माध्यम से, जिसने अंतरिक्ष अभियानों के लिए सटीक गणना और समय की माप को संभव बनाया. उनकी खोज ने ना केवल गणित के क्षेत्र में क्रांति लाई, बल्कि अंतरिक्ष विज्ञान को भी नई दिशा दी, जिससे चांद पर सफल मिशन संभव हो पाए.
अफगानिस्तान में लगे भूकंप के झटके, रिक्टर स्केल पर कितनी थी तीव्रता?, जानें यहां
अफगानिस्तान में शुक्रवार को भूकंप के तेज झटके लगे. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, अफगानिस्तान में रिक्टर पैमाने पर 4.9 तीव्रता का भूकंप आया. बता दें कि अफगानिस्तान मौसमी बाढ़, भूस्खलन और भूकंप सहित प्राकृतिक आपदाओं के प्रति अत्यधिक संवेदनशील बना हुआ है. अफगानिस्तान में शक्तिशाली भूकंपों का इतिहास रहा है और हिंदू कुश पर्वत श्रृंखला भूगर्भीय रूप से सक्रिय क्षेत्र है जहां हर साल भूकंप आते हैं.
9 महीने बाद वापसी को तैयार, आज अंतरिक्ष से अलग होंगी सुनीता विलियम्स, कब तक होगी धरती पर वापसी?
नासा के अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर धरती पर लौटने के लिए आज यानी मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से अलग हो जाएंगे और करीब 17 घंंटे की यात्रा कर 19 मार्च तड़के सुबह 3:27 बजे फ्लोरिडा के तट पर उतरेंगे. विलियम्स और विल्मोर पिछले साल जून में 8 दिन के अंतरिक्ष मिशन पर गए थे. लेकिन यान में तकनीकी खराबी के कारण उनकी वापसी संभव नहीं हो पाई.
300 साल पुराना विशाल मूंगा, जिसे अंतरिक्ष से भी देखा जा सकता है... समुद्र का है एक अनमोल रत्न
समुद्र की गहराइयों में एक विशाल मूंगा प्रवाल छिपा हुआ है, जिसकी उम्र 300 साल से भी ज्यादा है और इसे अंतरिक्ष से भी देखा जा सकता है! इस अद्भुत जीव की लंबाई 105 फीट और चौड़ाई 110 फीट है, जो इसे दुनिया का सबसे बड़ा मूंगा प्रवाल बनाता है. फिनलैंड से लेकर समुद्र के दूसरे हिस्सों तक, वैज्ञानिक अब इसकी खोज पर गहरा शोध कर रहे हैं. जानिए इस विशाल मूंगे के बारे में और भी हैरान कर देने वाली बातें!
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर कब लौटेंगे? आखिरी वक्त में टली स्पेसएक्स ड्रैगन की लॉन्चिंग, जानें वजह
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की वापसी एक बार फिर टल गई है. दोनों को 16 मार्च को धरती पर वापस लौटना था. लेकिन एलन मस्क के स्वामित्व वाली कंपनी स्पेसएक्स की लॉन्चिंग को आखिरी वक्त में रोक दिया गया. बताया जा रहा है कि स्पेसएक्स ड्रैगन के हाइड्रोलिक सिस्टम में खराबी आ गई थी, जिसकी वजह से लॉन्चिंग को टालना पड़ा. अगली तारीफ का अभी ऐलान नहीं किया है, देखना होगा कि सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर कब धरती पर लौटेंगे.
70 करोड़ साल पहले धरती कुछ ऐसी थी जिसे जानकर... नए रिसर्च से वैज्ञानिकों ने किया बड़ा खुलासा
सोचो, अगर पूरी पृथ्वी बर्फ से ढक जाए और अंतरिक्ष से एक चमचमाते सफेद गोले की तरह दिखे! 70 करोड़ साल पहले ऐसा ही हुआ था, जब पूरी धरती जम गई थी. इसे 'स्नोबॉल अर्थ' कहा जाता है. वैज्ञानिकों का कहना है कि उस दौर में बर्फ कई किलोमीटर मोटी थी, जिसने धरती को पूरी तरह जकड़ लिया था. लेकिन फिर अचानक ऐसा क्या हुआ कि यह बर्फ पिघलने लगी? और कैसे इस घटना ने धरती पर जीवन को जन्म देने में अहम भूमिका निभाई? जानने के लिए पूरी खबर पढ़ें!
'11अरब साल पुरानी गैलेक्सी से आया रहस्यमयी सिग्नल, NASA भी हैरान – आखिर कौन भेज रहा है संदेश?'
वैज्ञानिकों ने 11 अरब साल पुरानी एक गैलेक्सी से रहस्यमयी सिग्नल पकड़ा है, जो कई सवाल खड़े कर रहा है. हैरानी की बात यह है कि इस गैलेक्सी में तारे बनने की प्रक्रिया बंद हो चुकी है, फिर भी यह सिग्नल क्यों और कैसे आ रहा है? क्या यह किसी अनजान दुनिया का संकेत है या कोई और वैज्ञानिक रहस्य? जानिए इस दिलचस्प खोज के पीछे की पूरी कहानी!
पृथ्वी से टकरा सकता है एक बड़ा क्षुद्रग्रह...चीन ने कहा – अब टकराने नहीं देंगे, धरती की रक्षा के लिए बना रहे खास प्लान!'
एक नए खोजे गए क्षुद्रग्रह 2024 YR4 को लेकर दुनिया भर में हलचल मची हुई है. वैज्ञानिकों का कहना है कि 2032 में इसके पृथ्वी से टकराने की 2.2% संभावना है! इस खतरे को भांपते हुए चीन ने एक खास 'ग्रह रक्षा' टीम बना ली है, जो इसे रोकने की रणनीति पर काम कर रही है. इस बीच, नासा और दूसरी स्पेस एजेंसियां भी अपनी नजरें इस पर गड़ाए हुए हैं. सवाल ये है – क्या सच में धरती पर मंडरा रहा है कोई बड़ा खतरा या फिर यह सिर्फ एक अनुमान है? पूरी खबर जानने के लिए पढ़ें...
'इस मंदिर में मूर्तियां आपस में करती हैं बातें, वैज्ञानिक भी देखकर रह गए हैरान!'
बिहार के डुमरांव में स्थित राज राजेश्वरी त्रिपुर सुंदरी मंदिर सिर्फ आस्था का केंद्र ही नहीं, बल्कि एक बड़ा रहस्य भी समेटे हुए है. कहा जाता है कि इस मंदिर में रात के समय मूर्तियों के आपस में बात करने की आवाजें सुनाई देती हैं! श्रद्धालु इसे चमत्कार मानते हैं, जबकि वैज्ञानिक भी इस रहस्य को पूरी तरह खारिज नहीं कर पाए हैं. आखिर इस मंदिर में ऐसा क्या खास है, जो इसे इतना अनोखा बनाता है? जानिए इस रहस्यमयी मंदिर की पूरी कहानी...