AI Death Calculator: आज के दौर में टेक्नोलॉजी ने इतनी तरक्की कर ली है कि अब इंसान की मौत का अनुमान लगाने में भी सक्षम है. हाल ही में "लैंसेट डिजिटल हेल्थ" जर्नल में प्रकाशित एक स्ट़डी में बताया गया है कि एआई आधारित एक नए डिवाइस एआई-ईसीजी रिस्क एस्टीमेटर (AIRE) से दिल से जुड़ी गंभीर बीमारियों के जोखिम का सटीक अंदाजा लगाया जा सकता है.
इस डिवाइस की सबसे खास बात यह है कि यह हार्ट अटैक जैसी जानलेवा घटनाओं के बारे में पहले से सचेत कर सकता है. यह डिवाइस ECG डेटा का विश्लेषण करके रोगियों की भविष्य की स्वास्थ्य समस्याओं का पूर्वानुमान लगाने में सक्षम है. अगले कुछ सालों में इस डिवाइस का इस्तेमाल स्वास्थ्य सेवाओं में बड़े पैमाने पर होने की उम्मीद है.
एआई-ईसीजी रिस्क एस्टीमेटर एक ऐसा डिवाइस है जो ECG टेस्ट के आधार पर दिल की गतिविधियों का विश्लेषण करता है और मरीज की स्वास्थ्य समस्याओं का सटीक पूर्वानुमान देता है. इस तकनीक से डॉक्टर मरीज के दिल की धड़कन से संबंधित संभावित समस्याओं का पता लगा सकते हैं और उनके इलाज की पहले से ही योजना बना सकते हैं.
यह डिवाइस ECG टेस्ट के माध्यम से दिल की गतिविधियों का पूरा रिकॉर्ड बनाता है. इस रिकॉर्ड से दिल से जुड़ी छोटी-छोटी जानकारियां सामने आती हैं, जिन्हें डॉक्टरों की नजर से देखना मुश्किल होता है. AI आधारित प्रणाली इन आंकड़ों का विश्लेषण करती है और भविष्य में होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं का अनुमान देती है.
स्टडी के मुताबिक, AIRE में 78% तक सटीकता है. यह हार्ट रिदम जैसी समस्याओं का सही-सही अनुमान लगाने में सक्षम है. इसके अलावा, एथेरोस्क्लेरोटिक कार्डियोवैस्कुलर डिजीज जैसी जटिल समस्याओं का भी 70% मामलों में सही पता लगाने में सक्षम है. यह डिवाइस वर्तमान में नेशनल हेल्थ सर्विस (NHS) के कुछ प्रमुख अस्पतालों में परीक्षण के लिए उपलब्ध कराई जा रही है.
AIRE जैसी तकनीक से मरीजों की स्वास्थ्य समस्याओं का न केवल पहले से पता लगाया जा सकेगा बल्कि उनके इलाज में भी काफी मदद मिलेगी. समय रहते इलाज की व्यवस्था होने से मृत्यु दर में कमी लाने में यह तकनीक सहायक हो सकती है. आने वाले समय में, इस डिवाइस के माध्यम से लोगों की जान बचाई जा सकेगी और स्वास्थ्य सेवाओं को और उन्नत बनाया जा सकेगा. First Updated : Wednesday, 13 November 2024