क्या है Planet-9 का रहस्य? NASA का नया टेलीस्कोप खोलेगा सभी राज
Planet-9: हमारे सौरमंडल में कुल 8 ग्रह हैं हालांकि कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि एक और प्लैनेट हो सकता है. इस ग्रह को Planet-9 या Planet X के नाम से जाना जा रहा है. NASA की नई वेधशाला वैज्ञानिकों को इस रहस्यमय ग्रह के अस्तित्व को सत्यापित करने का एक सुनहरा अवसर प्रदान कर सकती है. वैज्ञानिकों का मानना है कि आने वाले समय में यह खोज सौरमंडल के सबसे बड़े रहस्यों में से एक को सुलझाने में मददगार साबित हो सकती है.
Planet-9: सौरमंडल में कुल 8 ग्रह (प्लैनेट) हैं, लेकिन वैज्ञानिकों का दावा है कि एक और ग्रह हो सकता है, जिसे सौरमंडल का नौंवा ग्रह माना जा रहा है. इस ग्रह को प्लैनेट-9 या प्लैनेट X कहा जाता है. वैज्ञानिकों के अनुसार, यह ग्रह नेप्च्यून के बाद काइपर बेल्ट में स्थित हो सकता है. हालांकि, अब तक इसके अस्तित्व का कोई ठोस प्रमाण नहीं मिला है.
अब, NASA की नई वेधशाला वैज्ञानिकों को इस रहस्यमय ग्रह के अस्तित्व को सत्यापित करने का एक सुनहरा अवसर प्रदान कर सकती है. वेरा सी. रुबिन वेधशाला, जो 2025 में चिली में संचालन शुरू करेगी, का टेलीस्कोप सौरमंडल के सबसे दूरस्थ हिस्सों का विस्तृत अध्ययन करने में सक्षम होगा. वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि यह वेधशाला प्लैनेट-9 के बारे में नए प्रमाण प्रदान कर सकती है.
पृथ्वी से 5 से 7 गुना ज्यादा मास
वैज्ञानिकों का मानना है कि प्लैनेट-9 एक सुपर-अर्थ हो सकता है, जिसका द्रव्यमान (मास) पृथ्वी से 5 से 7 गुना अधिक हो सकता है. यह ग्रह सूर्य की परिक्रमा हर 10,000 से 20,000 साल में एक बार करता है और यह नेप्च्यून से भी दूर काइपर बेल्ट के क्षेत्र में स्थित हो सकता है.
वैज्ञानिकों के बीच बहस
प्लैनेट-9 के अस्तित्व पर वैज्ञानिकों के बीच लंबे समय से बहस चल रही है. कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि इसका अस्तित्व प्रमाणित किया जा सकता है, जबकि अन्य वैज्ञानिक इस पर संदेह जताते हैं. कई सालों से शोधकर्ता इसे खोजने के लिए विभिन्न टेलीस्कोपों का इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन अब तक इसका कोई ठोस प्रमाण नहीं मिल पाया है.
वेरा सी. रुबिन वेधशाला
2025 के अंत में शुरू होने वाली वेरा सी. रुबिन वेधशाला की मदद से वैज्ञानिकों को प्लैनेट-9 के अस्तित्व को साबित करने या नकारने का सबसे अच्छा अवसर मिल सकता है. इस वेधशाला के पास आकाश के विस्तृत क्षेत्रों का सर्वे करने की क्षमता होगी, जो किसी भी संभावना की पुष्टि या खंडन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
प्लैनेट-9 की खोज का असर
प्लैनेट-9 की खोज न केवल हमारे सौरमंडल के रहस्यों को उजागर करेगी, बल्कि ग्रहों के निर्माण के पीछे की प्रक्रियाओं को भी बेहतर समझने में मदद करेगी. अगर इसका कोई निशान नहीं मिलता है, तो यह काइपर बेल्ट में मौजूद वस्तुओं की असामान्य कक्षाओं के बारे में हमारे मौजूदा विचारों को चुनौती दे सकता है.