अरबपति ने अंतरिक्ष में रचा नया इतिहास, गहरा स्पेसवॉक के साथ वायरल हुआ वीडियो

Spacewalk: अरबपति जेरेड इसाकमैन ने 12 सितंबर को स्पेसएक्स के पोलारिस डॉन मिशन में अंतरिक्ष में एक ऐतिहासिक स्पेसवॉक किया. यह स्पेसवॉक 50 वर्षों में सबसे गहरा था और इसमें गैर-पेशेवर अंतरिक्ष यात्री भी शामिल थे. मिशन ने 14,00 किलोमीटर की ऊंचाई प्राप्त की, जो ISS से तीन गुना अधिक है. स्पेसएक्स ने इस रोमांचक घटना का वीडियो भी शेयर किया है. जानिए कैसे इसाकमैन और उनकी टीम ने इस चुनौतीपूर्ण स्पेसवॉक को अंजाम दिया और क्या थे इसके पीछे के राज. पूरी खबर में छुपे हैं बहुत सारे दिलचस्प विवरण!

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Spacewalk: 12 सितंबर को अरबपति जेरेड इसाकमैन ने अंतरिक्ष में एक ऐतिहासिक स्पेसवॉक किया, जिसे बीते 50 वर्षों में सबसे गहरा माना जा रहा है. इस अनूठे स्पेसवॉक के दौरान इसाकमैन और उनकी टीम ने स्पेसएक्स के पोलारिस डॉन मिशन के तहत अंतरिक्ष की नई ऊचाइयों को छुआ है. इस मिशन में गैर-पेशेवर अंतरिक्ष यात्री भी शामिल हुए, जो इस वाकया को और भी खास बनाते हैं.

स्पेसएक्स का पोलारिस डॉन मिशन मंगलवार को फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया. इस मिशन ने लगभग 14,00 किलोमीटर की ऊंचाई प्राप्त की, जो अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की ऊंचाई से करीब तीन गुना अधिक है. इस ऐतिहासिक लॉन्च की घटना को स्पेसएक्स ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक वीडियो के माध्यम से साझा किया है जिसे देखने के बाद हर कोई दंग रह गया.

स्पेसवॉक की तैयारी और आयोजन

स्पेसवॉक के लिए तैयारी करते समय, इसाकमैन और उनकी टीम ने कैप्सूल के प्रेशर को कम होने का इंतजार किया. इसके बाद, उन्होंने स्पेसवॉक के दौरान सुरक्षा प्रदान करने वाले स्पेसएक्स के नए स्पेससूट्स पहने. ये सूट वैक्यूम से सुरक्षा का काम करते हैं और अंतरिक्ष में काम करने के दौरान जरूरी होते हैं.

स्पेसवॉक की विशेषताएं और अवधि

इस स्पेसवॉक की अवधि लगभग दो घंटे रही, जिसमें मुख्य रूप से स्ट्रेचिंग की गई. जेरेड इसाकमैन को कैप्सूल से बाहर निकलने के दौरान अपने हाथ और पैरों को कैप्सूल से जुड़े रखना पड़ा. नए स्पेससूट की प्रभावशीलता का परीक्षण करने के लिए वॉकर जैसी संरचना का भी उपयोग किया गया, जो इस प्रयोग को और भी दिलचस्प बनाता है.

स्पेसवॉक की परिभाषा और महत्व

स्पेसवॉक, जिसे एक्स्ट्राव्हीक्यूलर एक्टिविटी (EVA) भी कहा जाता है, तब की जाती है जब कोई अंतरिक्ष यात्री यान से बाहर निकलता है. यह प्रक्रिया बेहद सावधानीपूर्वक की जाती है, क्योंकि इसमें कई प्रकार के जोखिम होते हैं. अंतरिक्ष की इस अद्वितीय यात्रा ने अंतरिक्ष अन्वेषण के क्षेत्र में एक नई उपलब्धि को चिह्नित किया है. 

First Updated : Thursday, 12 September 2024