अंगिया, मिस्सी, नथ उतराई के बिना नहीं बनती लड़की तवायफ, पढ़ें विस्तार से इन रस्मों की सच्चाई
World Of Courtesans: तवायफों का जीवन इतना आसान नहीं होता जितना सोचा जा सकता है. दरअसल कोठे पर रहने वाली लड़कियों को एक तवायफ बनने के लिए कई तरह के नियमों से होकर गुजरना पड़ता है.
World Of Courtesans: संजय लीला भंसाली की वेब सीरीज हीरामंडी इन दिनों चर्चाओं में है. इसको देखने के बाद लोगों के मन में तवायफों के बारे में जानने की इच्छा पैदा हो गई है. हालांकि हीरामंडी देखकर कुछ चीजों के बारे में थोड़ा बहुत समझा जा सकता है. एक लड़की के लिए तवायफ बनना इतना आसान नहीं होता है. पता नहीं कई तरह के रस्मों को अपने जीवन में निभाने के बाद एक लड़की तवायफ बनकर महफिल में उपस्थित होती है. बचपन से उन्हें नाच-गाना सिखाया जाता है. जब एक लड़की बड़ी होती है और उसे तवायफ बनना है तो एक तवायफों की टोली उसको अंगिया, मिस्सी, नथ उतराई के रस्मों को एक त्योहार की तरह मनाकर तवायफ बनाती है.
तवायफों की अंगिया रस्म
तवायफों का जीवन बहुत कठिन होता है, जब एक जवान लड़की को तवायफ बनकर महफिल में उतरना पड़ता है तो सबसे पहले उसके जीवन में अंगिया रस्म को निभाया जाता है. इस रस्म में जब लड़की कन्यावस्था से यौनावस्था में जाने लगती है तो उसे ब्रा पहना कर जवान होने का टैग दिया जाता है. वहीं इस रस्म को एक फंक्शन की तरह मनाया जाता है. इसके बाद लड़की हमेशा ब्रा पहनने लगती है. तवायफ बनने की दुनिया में एक लड़की का ये पहला कदम होता है.
तवायफों की मिस्सी रस्म
लड़की जब तवायफ बनने वाली होती है तो एक बड़ी तवायफों की टोली एक जगह बैठकर इस विशेष रस्म को निभाती है. इस दौरान लड़की को पान खिलाया जाता है. इसे पान खिलाई रस्म भी कहा जाता है, पान खिलाने के पीछे की वजह लड़कियों के दांत को लेकर है. पान खाने से लड़की के दांत में दाग और कालापन आता है. उस जमाने में काले दांत और कत्थे से लाल होठ बहुत सुंदर माने जाते थे.
तवायफों की नथ उतराई
आपको बता दें कि जब लड़की पूरी तरह से जवान हो जाती है तो उसकी नथ उतराई की रस्म अदा की जाती है. जिसमें कई सारी तवायफें मिलकर उसके नाथ में नथ पहनाती है. इसके बाद उसका पहला मुजरा होता है, जिसमें कई बड़े-बड़े नवाबों को बुलाया जाता है. मुजरे के बाद उस लड़की की बोली लगती है, जो अधिक पैसा देता है उसके साथ उस तवायफ बनने वाली लड़की को पहली बार सेक्स करने के लिए कमरे में भेज दिया जाता है.
आप ये भी कह सकते हैं कि एक लड़की का कुँवारा पन उसी दिन खत्म होता है. जिसे नथ उतराई की रस्म कहा जाता है. वहीं जब उस तवायफ की नाक में नथ पहनाया जाता है तो उसके बाद वह हमेशा नथ पहने रहती है. पहली रात किसी मर्द के साथ गुजारने के बाद लड़की एक तवायफ बन जाती है और हर दिन कई नवाबों के साथ रात बिताती है.