NASA: इस दुनिया के इतर भी एक दुनिया है, इस बात का पता लगाने के लिए साइंटिस्ट नई नई खोज करते रहते हैं. हाल ही में आई एक रिपोर्ट के अनुसार, अंतरिक्ष में मार्स और जुपिटर ग्रहों के बीच में एक उल्कापिंड मौजूद है, जो बहुत ही कीमती है. ये एस्टेरॉयड ऐसे कीमती खनिजों से भरा हुआ है कि अगर इसकी कीमती चीज़ें धरती तक आ जाएं तो धरती पर कोई भी गरीब नहीं रहेगा.
हर शख्स होगा 1000 अरब का मालिक!
रिपोर्टस के मुताबिक, इस उल्कापिंड को आयरन, निकेल और सोने जैसी महंगी धातुओं ने ढका हुआ है वहीं इसकी कीमत धरती के हिसाब से लगाएं तो ये 10 हज़ार क्विंटिलियन अमेरिकन डॉलर होगी. अगर यह कीमती चीज़ धरती पर आती है तो पूरी दुनिया में हर किसी के पास 1 ट्रिलियन पाउंड यानि 1000 अरब होगा. स्पेस एजेंसी NASA ने इस पर मिशन लॉन्च करने की तैयारी भी कर चुका है.
क्या होते हैं उल्कापिंड
आसमान में कभी-कभी बहुत तेज़ी के साथ एक तरफ से दूसरी तरफ जाते हुए अथवा पृथ्वी पर गिरते हुए जो पिंड दिखाई देते हैं. उन्हें ही उल्का और साधारण बोलचाल में 'टूटते हुए तारे' अथवा 'लूका' कहते हैं. उल्काओं का जो अंश वायुमंडल में जलने से बचकर पृथ्वी तक पहुँचता है उसे उल्कापिंड कहते हैं.
5 अक्टूबर को जाएगा NASA का स्पेसक्राफ्ट
नासा ने एक ऐसा स्पेसक्राफ्ट बनाया है, जो इस कीमती पत्थर के बारे में पता लगाएगा. नासा ये जानने के लिए जा रहा है कि इस तरह के प्लानेट आखिर कैसे बनते हैं. नासा की वेबसाइट के मुताबिक, इस उल्कापिंड की बनावट अलग है, इसमें लोहे के कोर निकले हैं, जो हमारे सोलर सिस्टम के आगे ब्लॉक बना रहा है. ये भूमी से लगभग 2.5 बिलियन मील की दूरी पर है. इस पर जाने का मिशन 6 साल तक चल सकता है. इसे केनेडी स्पेस सेंटर से 5 अक्टूबर को भेजा जाएगा. First Updated : Sunday, 23 July 2023