रणजी ट्रॉफी में पूरे 43 साल बाद मुंबई को हराने में कामयाब रही दिल्ली
रणजी ट्रॉफी में शुक्रवार को दिल्ली ने मुंबई पर धमाकेदार जीत हासिल की है। रणजी ट्रॉफी के इतिहास में पूरे 43 साल बाद दिल्ली ने मुंबई को हराया है। इस मैच को जीतने के लिए मबंई ने दिल्ली के सामने 95 रनों का लक्ष्य रखा था जिसको दिल्ली ने 2 विकेट खोकर हासिल कर लिया। मुंबई ने इस मैच की पहली पारी में बल्लेबाजी करते हुए 293 रन बनाए थे।
रणजी ट्रॉफी में शुक्रवार को दिल्ली ने मुंबई पर धमाकेदार जीत हासिल की है। रणजी ट्रॉफी के इतिहास में पूरे 43 साल बाद दिल्ली ने मुंबई को हराया है। इस मैच को जीतने के लिए मबंई ने दिल्ली के सामने 95 रनों का लक्ष्य रखा था जिसको दिल्ली ने 2 विकेट खोकर हासिल कर लिया। मुंबई ने इस मैच की पहली पारी में बल्लेबाजी करते हुए 293 रन बनाए थे। जिसके जवाब में दिल्ली ने पहली पारी में 369 रन बनाकर 76 रनों की बढ़त हासिल कर ली थी।
उसके बाद दूसरी पारी में मुंबई टीम की बल्लेबाजी एक दम से खराब रही टीम एक बड़ा स्कोर खड़ाकरने में नाकाम रही। दूसरी पारी में मुंबई की टीम 170 रनों पर ढेर हो गई थी। जिसके बाद दिल्ली को जीतने के लिए 95 रनों की जरुरत थी। दूसरी पारी में दिल्ली की तरफ से बल्लेबाजी करते हुए ऋतिक शौकिन 36 रन बनाकर नाबाद रहे। इसके अलावा वैभव शर्मा ने 36, अनुज रावत ने 14 और नीतीश राणा ने 6 रनों की पारी खेली।
इसके साथ ही मुंबई की तरफ से शानदार बल्लेबाजी करने वाले सरफराज खान का शतक भी बेकार गया है। सरफारज ने मुंबी की तरफ से बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 155 गेंदों पर 125 रनों की पारी खेली। अपनी पारी के दौरान 16 चौके और 4 छक्के भी लगाए। लेकिन इस मैच में मुंबई को हार से उनका शतक भी नहीं बचा सका है। रणजी ट्रॉफी में मुंबई के खिलाफ दिल्ली की यह 43 साल बाद पहली जीत है।
बता दें, फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सरफराज लगातार शानदार पारियां खेल रहे है उनका बल्ला जमकर आग उगल रहा है। ऐसे में अब सरफराज को टीम इंडिया में शामिल करने मांग तेज हो गई है। अपनी शानदार पारियों के दम पर सरफराज सेलेक्टर्स का ध्यान अपनी तरफ खींच रहे है अब फैंस को इंतजार है कि आखिर कब उनको टीम इंडिया में जगह मिलेगी।