IPL Season-16: अब IPL में फुटबॉल जैसा प्लेयर सब्स्टीट्यूशन, 12वां खिलाड़ी उतार सकेंगी टीमें
अब क्रिकेट में भी फुटबॉल की तरह प्लेयर सब्स्टीट्यूशन देखने को मिल सकता है। भारतीय क्रिकेट बोर्ड IPL के 16वें सीजन से टैक्टिकल सब्स्टीट्यूशन कॉनसेप्ट लागू करने की तैयारी में है। बीसीसीआई ने इसके लिए सभी फ्रेंचाइजी को मैसेज नोट भी भेजा है
IPL Season-16: अब क्रिकेट में भी फुटबॉल की तरह प्लेयर सब्स्टीट्यूशन देखने को मिल सकता है। भारतीय क्रिकेट बोर्ड IPL के 16वें सीजन से टैक्टिकल सब्स्टीट्यूशन कॉनसेप्ट लागू करने की तैयारी में है। बीसीसीआई ने इसके लिए सभी फ्रेंचाइजी को मैसेज नोट भी भेजा है।
आपको बता दें यह नियम लागू होने के बाद एक मैच में एक टीम की ओर से 12 खिलाड़ी खेलते हुए नजर आ सकते हैं। हालांकि, एक पारी में ज्यादा से ज्यादा 10 विकेट ही गिर सकते हैं। वहीं BCCI के मैसेज नोट में बताया गया है कि IPL 2023 के सीजन से सब्स्टीट्यूशन का नियम लागू होगा।
इस नए नियम को जल्द ही विस्तार से एक्सप्लेन किया जाएगा। बता दें रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि टैक्टिकल सब्स्टीट्यूशन का नियम ठीक वैसा होगा जैसा कि घरेलू टी-20 टूर्नामेंट सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में अपनाया गया था।
सब्स्टीट्यूशन रूल कैसा होगा?
बीसीसीआई ने बताया टॉस के समय मैच खेल रहीं दोनों टीमों को प्लेइंग इलेवन के साथ 4-4 सब्स्टीट्यूट प्लेयर्स के नाम भी देने होंगे। दिए गए नामों में से एक-एक प्लेयर को दोनों टीमें मैच के दौरान प्लेइंग इलेवन में शामिल किसी भी खिलाड़ी से रिप्लेस कर सकेंगी। सब्स्टीट्यूशन का फैसला पूरी तरह से टीमों पर ही निर्भर रहेगा।
अगर वे चाहें तो पहली बॉल से लेकर आखिरी बॉल तक 11 प्लेयर्स के साथ ही खेल सकती हैं। आगे बताते हुए कहा कि रिप्लेस होने के बाद नया खिलाड़ी ही पूरा मैच खेलेगा और मैच के दौरान एक बार बेंच पर भेजे जाने के बाद रिप्लेस किया जा चुका खिलाड़ी फिर से वापस मैदान में नहीं आ सकेगा।
इम्पैक्ट प्लेयर रूल SMAT में था -
आपको बता दें भारत का घरेलू टी-20 टूर्नामेंट सैयद मुश्ताक अली (SMAT) इसी साल अक्टूबर-नवंबर के दौरान खेला गया। इसी टूर्नामेंट में बीसीसीआई ने इम्पैक्ट प्लेयर का नियम शामिल किया था। इस नियम के तहत टॉस के समय टीमें अपने 4-4 सब्स्टीट्यूशन प्लेयर्स का नाम दे रही थीं। उन खिलाडियों को मैच के दौरान रिप्लेस किया जा रहा था।
बदलाव, किस ओवर तक कर सकते हैं?
IPL के इस नए नियम को अभी तक डिटेल में एक्सप्लेन नहीं किया गया है, परंतु अगर यह नियम SMAT के इम्पैक्ट प्लेयर नियम की तरह ही हुआ तो दोनों ही पारियों में 14वें ओवर तक टीमें प्लेयर्स को सब्स्टीट्यूट कर सकेंगी। मतलब आखिर के 6 ओवरों में टीमें प्लेयर्स को सब्स्टीट्यूट नहीं कर सकती।