सचिन तेंदुलकर ने छह में से एक बार जीता वर्ल्ड कप, मैंने पहली बार में ही..., विराट कोहली ने दिया चौंकाने वाला बयान
भारतीय टीम के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली अपनी कप्तानी में एक बार भी ICC ट्रॉफी जीतने में नाकामयाब रहे। इसकी वजह से विराट कोहली को लोगों द्वारा 'फेल कप्तान' का टैग भी दिया जाता है
भारतीय टीम के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली अपनी कप्तानी में एक बार भी ICC ट्रॉफी जीतने में नाकामयाब रहे। इसकी वजह से विराट कोहली को लोगों द्वारा 'फेल कप्तान' का टैग भी दिया जाता है। बता दें कि इसी कड़ी में विराट कोहली ने अपनी कप्तानी पर उठे एक सवाल का जवाब देते हुए कहा है कि उन्होंने कई बार ICC इवेंट्स में नॉकआउट स्टेज में भारतीय टीम को लीड किया है और वर्ल्ड कप के साथ-साथ चैंपियंस ट्रॉफी भी बतौर खिलाड़ी के तौर पर जीती हैं। इसके अलावा विराट कोहली ने महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर से अपनी तुलना करते हुए भी एक बड़ा बयान दिया है।
बता दें कि भारतीय टीम के स्टार खिलाड़ी विराट कोहली साल 2011 के विश्व कप की ऐतिहासिक जीत का हिस्सा रहे हैं। विराट कोहली ने हाल ही में RCB द्वारा शेयर किए पॉडकास्ट में कहा कि वह शुक्रगुजार है कि वह उस टीम का हिस्सा रह चुके हैं, जिस टीम ने साल 2011 में विश्व कप का खिताब जीता था। विराट कोहली का मानना है कि क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के लिए वह जीत हासिल करना बहुत ही खास बात थी, क्योंकि यह उनके करियर का आखिरी विश्व कप था।
विराट कोहली ने कहा -
'मैं अगर ईमानदारी से कहूं तो साल 2011 विश्व कप की उस टीम का हिस्सा बनकर मैं अपने आपको बहुत भाग्यशाली मानता हूं। मैं उस समय अच्छे फॉर्म में था और अच्छा स्कोर भी कर रहा था, तो इसलिए मेरा चयन हुआ और मैं टीम का हिस्सा बना। सचिन तेंदुलकर अपने करियर का छठा और आखिरी विश्व कप खेल रहे थे और इसे सचिन तेंदुलकर ने जीता, जबकि मैं पहली बार भारतीय टीम का हिस्सा बनकर यह सब कुछ देख रहा था और अंत में मुझे एक ऐसी टीम मिली जिसने विश्व कप उठाया।
उन्होंने कहा कि अगर मैं पीछे मुड़कर देखता हूं तो उन चीजों के लिए शुक्रगुजार होता हूं, जो मुझे मिली। ना कि मैं यह देखता हूं कि मेरे करियर में क्या-क्या गलत हुआ है। विराट ने कहा कि मैं अपनी अलमारी में ट्रॉफियों का झुंड देखने के लिए पागल या उत्सुक नहीं हूं।"
विराट कोहली ने इसके अलावा उन लोगों को भी जवाब दिया, जो विराट कोहली को 'फेल कप्तान' मानते है। विराट ने कहा कि आप टूर्नामेंट या फिर मैच जीतने के लिए खेलते हैं, लेकिन सिर्फ इतना ही काफी नहीं है। उन्होंने कहा कि मैंने चैंपियंस ट्रॉफी साल 2017 में कप्तानी की, विश्व कप 2019 में कप्तानी की, टेस्ट चैंपियनशिप 2021 में और हम टी20 विश्व कप 2021 में सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई करने में नाकाम रहे।
बता दें कि विराट कोहली ने आगे कहा कि, ''हम चैंपियंस ट्रॉफी 2017 के फाइनल में, विश्व कप 2019 के सेमीफाइनल और डब्ल्यूटीसी के फाइनल में पहुंचे, लेकिन फिर भी मुझे एक 'फेल कप्तान' माना गया। मैंने खुद को कभी उस नजरिए से नहीं देखा। विराट ने कहा कि एक टीम के रूप में हमने जो हासिल किया, मेरे लिए वहीं हमेशा गर्व की बात होगी। उन्होंने कहा कि मैंने एक खिलाड़ी के रूप में विश्व कप जीता है, और एक खिलाड़ी के रूप में ही मैंने चैंपियंस ट्रॉफी भी जीती है।''