भारत की स्टार सानिया मिर्ज़ा और उनके जोड़ीदार रोहन बोपन्ना को ऑस्ट्रेलियाई ओपन ग्रैंडस्लैम में हार का सामना कर दूसरा स्थान प्राप्त हुआ। इसमें वह जोड़ीदार रोहन बोपन्ना के साथ मिक्स्ड डबल्स के फाइनल तक पहुँची। सानिया और बोपन्ना की जोड़ी रोड लेवर एरेना में खेले गए फाइनल में लुइसा स्टेफनी और राफेल माटोस की ब्राजीलियाई जोड़ी से 6-7 (2) 2-6 से हार गई। इस तरह अपने आख़री ग्रैंड स्लैम को जितने का सानिया का सपना पूरा नहीं हो पाया।
सानिया मिर्ज़ा ने अपने करियर में कुल मिलकर छः ग्रैंडस्लैम ख़िताब जीते हैं। सानिया मिर्ज़ा के मैच के बाद उनकी आंखों में आँसू आ गए. सानिया ने भावुक होकर कहा कि, वह तब 18 साल की थी जब उन्होंने सरीना विल्लियम्स के खिलाफ मैच खेला था और उनके करियर की प्रोफेशनल शुरआत मेलबर्न से हुई थी, करियर ख़तम करने के लिए इससे बेहतर जगह नहीं हो सकती, यह मेरे घर जैसा है। इसे शानदार बनाने के लिए आप सभी का शुक्रिया। सानिया मिर्ज़ा ने हाल ही में दिए गए एक इंटरव्यू में महिला टेनिस संध के वेबसाइट के ज़रिए ये जानकारी दी कि, 'अगले महीने दुबई में होने वाले इवेंट के बाद वह संन्यास ले लेंगी।'
कैसा रहा सानिया मिर्ज़ा का करियर
सानिया मिर्ज़ा ने अपने करियर में 43 डबल्यूटीए (WTA) खिताब जीते। उन्होंने महिला युगल श्रेणी में तीन ग्रैंड स्लैम भी अपने नाम किए। 2016 में वह ऑस्ट्रेलियन ओपन में भी महिला युगल चैंपियन बनीं थीं। सानिया ने मिश्रित युगल में भी तीन ग्रैंड स्लैम जीते हैं। हालांकि, अपने करियर के आखिरी ग्रैंड स्लैम में वह जीत से एक कदम दूर रह गईं। सानिया मिर्ज़ा भारत के टेनिस इतिहास की सबसे बड़ी खिलाड़ी हैं। First Updated : Friday, 27 January 2023