'कितना आगे निकल गया...', पृथ्वी शॉ के लिए शुभमन गिल, रियान पराग के थे बोल, लेकिन अब कहां खो गया ये खिलाड़ी?
पृथ्वी शॉ, जो 2018 में अंडर-19 वर्ल्ड कप जीतने के बाद भारतीय क्रिकेट का भविष्य माने जाते थे, अचानक से गायब हो गए. वहीं, उनके अंडर-19 टीम के साथी खिलाड़ी जैसे शुभमन गिल, रियान पराग और अर्शदीप सिंह आज क्रिकेट की दुनिया में सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंच चुके हैं.

भारत को 2018 में अंडर-19 वर्ल्ड कप दिलाने वाले कप्तान, पृथ्वी शॉ को एक समय में भारतीय क्रिकेट का भविष्य कहा जाता था. उनकी शानदार बल्लेबाजी, टेस्ट डेब्यू में वेस्टइंडीज के खिलाफ शतक ने उन्हें क्रिकेट में तेजी से पहचान दिलाई. पृथ्वी शॉ को लेकर हर तरफ ये चर्चा थी कि वो सचिन तेंदुलकर, ब्रायन लारा और वीरेंदर सहवाग जैसे महान बल्लेबाजों की बराबरी कर सकते हैं. लेकिन क्या वजह रही कि इतनी तेजी से चमकने वाला सितारा अचानक से गायब हो गया?
पृथ्वी शॉ की कहानी ने ऐसा मोड़ लिया, जो भारतीय क्रिकेट के फैंस को निराश और चकित करता है. एक वक्त था जब वो अपने अंडर-19 टीम के साथी खिलाड़ियों के साथ क्रिकेट की दुनिया में कदम रख रहे थे, लेकिन अब वही खिलाड़ी, जैसे शुभमन गिल, रियान पराग और अर्शदीप सिंह, अपने करियर में ऊंचाइयों तक पहुंच गए हैं, जबकि शॉ कहीं नजर नहीं आते. ऐसे में सवाल ये उठता है कि आखिर वो कहां गलत हो गए? इस गिरावट के पीछे क्या कारण हैं?
कप्तान से स्टार बनने तक का सफर
2018 का अंडर-19 वर्ल्ड कप जीतने के बाद, पृथ्वी शॉ के करियर में बड़े उलटफेर की उम्मीद की जा रही थी. उनकी बल्लेबाजी तकनीक, आक्रामक शैली और खुद पर आत्मविश्वास उन्हें भारतीय टीम में जगह दिलाने में सफल रहे. शॉ ने अपने टेस्ट डेब्यू में वेस्टइंडीज के खिलाफ शतक जड़कर अपनी क्षमताओं को साबित किया था. क्रिकेट के जानकारों का मानना था कि शॉ को लेकर जो उम्मीदें थीं, वो सचिन तेंदुलकर जैसे महान खिलाड़ी के बाद भारतीय क्रिकेट में एक और युग की शुरुआत कर सकती थे.
शॉ का अचानक से गायब होना
लेकिन कुछ ही समय बाद ये साफ होने लगा कि पृथ्वी शॉ का करियर जिस दिशा में जा रहा था, वो अलग था. उनका प्रदर्शन धीरे-धीरे गिरने लगा और कई आलोचकों ने ये मानना शुरू कर दिया कि वो मानसिक और शारीरिक दोनों ही दृष्टि से उतने फिट नहीं हैं, जितने पहले हुआ करते थे. क्रिकेट एंकर तनय तिवारी ने 'द राज शमानी पॉडकास्ट' में शॉ के बारे में टिप्पणी करते हुए कहा कि उस वर्ल्ड कप (अंडर-19 WC 2018) और अब के बीच में कहीं वो ट्रैक से उतर गए. मैं नहीं जानता कि कहां और क्या. वो फिसल चुके हैं, गिर चुके हैं. शरीर संकेत देना शुरू कर चुका है - वो उतना फिट नहीं हैं, जितना थे."
शॉ का साथ छोड़ने वाले खिलाड़ी
अंडर-19 वर्ल्ड कप 2018 में शॉ के नेतृत्व में खेले कई खिलाड़ी आज भारतीय टीम का हिस्सा बन चुके हैं और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपने प्रदर्शन से खुद को साबित कर चुके हैं. शुभमन गिल, रियान पराग और अर्शदीप सिंह जैसे युवा क्रिकेटर अब दुनिया भर में अपनी पहचान बना चुके हैं. तिवारी ने इस बारे में कहा कि उसने उन तीनों (शुभमन गिल, रियान पराग, अर्शदीप सिंह) से पहले डेब्यू किया. डेब्यू में ही शतक जड़ा. उसके पास जिस तरह का टैलेंट था उसे देखकर शुभमन गिल, अर्शदीप सिंह और रियान पराग कहते थे देख यार, कितना आगे निकल गया.


