Ashes Series 2023: तीसरे टेस्ट में ध्वस्त हुए 5 बड़े रिकॉर्ड्स, ऑस्ट्रेलिया को हराकर इंग्लैंड ने की सीरीज में दमदार वापसी
Ashes Series 2023: इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया एशेज सीरीज का तीसरा टेस्ट मुकाबला पांच रिकॉर्ड्स के कारण यादगार बन गया है. कंगारू टीम के बल्लेबाज स्टीव स्मिथ हो या फिर इंग्लैंड की जीत के हीरो रहे हैरी ब्रूक और मार्क वुड.
Ashes Series 2023: पांच मैचों की एशेज सीरीज में इंग्लैंड ने जबरदस्त वापसी करते हुए हेडिंग्ले में रविवार (9 जुलाई) को तीसरे टेस्ट में कंगारू टीम को तीन विकेट से मात दी. इस जीत के साथ इंग्लैंड ने पांच मैचों की सीरीज का अंतर 1-2 से कम कर दिया है. अब दोनों टीमों के बीच सीरीज का चौथा टेस्ट मैच 19 जुलाई से मैनचेस्टर के मैदान में खेला जाएगा.
बता दें कि इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया एशेज सीरीज का तीसरा टेस्ट मुकाबला पांच रिकॉर्ड्स के कारण यादगार बन गया है. कंगारू टीम के बल्लेबाज स्टीव स्मिथ हो या फिर इंग्लैंड की जीत के हीरो रहे हैरी ब्रूक और मार्क वुड. इन खिलाड़ियों ने बड़ी उपलब्धियां हासिल करते हुए तीसरे टेस्ट को फैंस के दिलों में हमेशा के लिए बसा दिया है. आइए आपको बताते हैं कि हेडिंग्ले टेस्ट में कौन से पांच बड़े रिकॉर्ड ध्वस्त हुए हैं...
1. कंगारू बल्लेबाज स्टीव स्मिथ का कैच में शानदार रिकॉर्ड -
कंगारू बल्लेबाज स्टीव स्मिथ का हेडिंग्ले में बल्ले से कुछ खास प्रदर्शन नहीं रहा, लेकिन स्मिथ ने फील्डिंग के जरिए अपनी उपयोगिता जरूर साबित की. स्मिथ ने पहली पारी में पांच कैच पकड़े और पहले फील्डर (गैर-विकेटकीपर) बने, जिन्होंने दो बार टेस्ट मैच की एक पारी में पांच या उससे ज्यादा कैच पकड़े.
इससे पहले साल 2018 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ स्टीव स्मिथ ने एक पारी में शानदार पांच कैच पकड़े थे. पहली पारी में स्टीव स्मिथ ने जहां पांच कैच पकड़े, वहीं एशेज सीरीज में उनके कैच की संख्या अब बढ़कर 54 हो गई है. इसी के साथ एशेज सीरीज में सबसे ज्यादा कैच पकड़ने के मामले में स्टीव स्मिथ ने इंग्लैंड टीम के इयान बॉथम की बराबरी कर ली. इयान बॉथम ने भी एशेज सीरीज में कुल 54 कैच लपके हैं.
2. मार्क वुड ने बल्ले से किया कमाल -
वहीं मार्क वुड के लिए तीसरा टेस्ट मैच बेहतरीन रहा. दाएं हाथ के इस तेज गेंदबाज ने पहली पारी में पांच विकेट चटकाए और मुकाबले में कुल 7 विकेट अपने नाम किए. इसके अलावा वुड ने बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया और पहली पारी में महज 8 गेंदों पर 24 रन बनाए, तो वहीं दूसरी पारी में वुड ने 8 गेंदों पर नाबाद 16 रन की पारी खेली.
इस मुकाबले में वुड का मिश्रित स्ट्राइक रेट 250 का रहा, जो कि किसी भी खिलाड़ी का एक टेस्ट मैच में सर्वश्रेष्ठ स्ट्राइक रेट (15 गेंद कम से कम खेलने वाले बल्लेबाज का) है. इससे पहले यह रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के बिल होवेल के नाम पर दर्ज था, जिन्होंने साल 1902 में इंग्लैंड के खिलाफ 218.75 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की थी.
3. इस मामले में कंगारू टीम बनी नंबर-1
वहीं हेडिंग्ले में स्टीव स्मिथ ने अपने करियर का 100वां टेस्ट मैच खेला. स्मिथ 100 या उससे ज्यादा टेस्ट खेलने वाले 16वें ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी बने. इसी के साथ ऑस्ट्रेलिया ऐसी टीम बन गई है, जिसके सबसे अधिक खिलाड़ियों ने 100 या उससे ज्यादा टेस्ट मैच खेले हैं. इस सूची में इंग्लैंड दूसरे स्थान पर कायम हैं, जिसके 15 खिलाड़ी 100 या उससे ज्यादा टेस्ट मैच खेल चुके हैं. वहीं भारत के 13 खिलाड़ी 100 या उससे ज्यादा टेस्ट मैच खेल चुके हैं.
4. हैरी ब्रूक बने सबसे तेज 1000 रन बनाने वाले बल्लेबाज -
बता दें कि इंग्लैंड के लिए पिछले साल टेस्ट डेब्यू करने वाले हैरी ब्रूक इस समय विश्व क्रिकेट में छाए हुए हैं. इस बल्लेबाज ने अपने टेस्ट करियर की शानदार शुरुआत की है. ब्रूक ने तीसरे टेस्ट की दूसरी पारी में 75 रन की बेहद शानदार और अहम पारी खेली.
इस दौरान हैरी ब्रूक ने टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 1000 रन पूरे करने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है. ब्रूक ने केवल 1058 गेंदों का सामना करते हुए 1000 रन का आंकड़ा पार किया. इससे पहले यह रिकॉर्ड न्यूजीलैंड के ऑलराउंडर कॉलिन डी ग्रैंडहोम के नाम पर दर्ज था. ग्रैंडहोम ने 1140 गेंदों का सामना करते हुए 1000 रन पूरे किए थे.
5. बेन स्टोक्स ने हासिल की खास उपलब्धि -
इंग्लैंड की टेस्ट कप्तानी हासिल करते ही बेन स्टोक्स ने क्रांति ला दी. स्टोक्स की अति आक्रामक सोच फैंस के लिए मनोरंजक तो है ही, साथ ही साथ प्रत्येक मैच में परिणाम भी मिलने लगे हैं. स्टोक्स ने अब तक 16 टेस्ट में इंग्लैंड की कप्तानी की, जिसमें 12 जीत और चार शिकस्त मिली. इन 12 जीत में से 8 जीत तब मिली, जब चौथी पारी में इंग्लैंड ने लक्ष्य का पीछा किया.
खास बात यह है कि पांच मौकों पर इंग्लैंड ने 250 से ज्यादा रन के लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा किया. इंग्लैंड ने हेडिंग्ले में 251 रन के लक्ष्य का पीछा किया. इसी के साथ स्टोक्स ऐसे कप्तान बन गए हैं, जिनकी कप्तानी में टीम ने सबसे ज्यादा बार 250 या उससे ज्यादा रन के लक्ष्य का पीछा किया. इससे पहले यह रिकॉर्ड महेंद्र सिंह धोनी के नाम दर्ज था, जिनकी कप्तानी में भारत ने चार बार 250 या उससे ज्यादा रन के लक्ष्य का पीछा सफलतापूर्वक किया.