Asia Cup: टीम इंडिया ने जीता एशिया कप, बांग्लादेश को हराकर लिया बदला
अंडर-19 वूमेन्स एशिया कप का पहला संस्करण मलेशिया में आयोजित हुआ. भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए इस टूर्नामेंट को अपने नाम किया. फाइनल मुकाबले में भारत ने बांग्लादेश को हराया है.
भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अंडर-19 वूमेन्स एशिया कप 2024 का खिताब अपने नाम कर लिया है. रविवार को कुआलालम्पुर के बयूमास ओवल में खेले गए फाइनल मुकाबले में भारत ने बांग्लादेश को 41 रनों से हराया. फाइनल मुकाबले में बांग्लादेशी टीम को जीत के लिए 118 रनों का टारगेट मिला था, जिसका वह सफलतापूर्वक पीछा नहीं कर पाई. बांग्लादेश की टीम 76 रन पर ही ढेर हो गई. पहली बार यह टूर्नामेंट आयोजित हुआ है. ऐसे में भारतीय टीम ने खिताब जीतकर ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की.
आपको बता दें कि इसी साल भारत की युवा पुरुष टीम भी अंडर-19 एशिया कप के फाइनल तक पहुंची थी, लेकिन वहां बांग्लादेश ने उन्हें हराकर ट्रॉफी जीतने से रोक दिया था. मगर, अब ऐसा माना जा रहा है की भारतीय महिला टीम की खिलाड़ियों ने पुरुष टीम की उस हार का बदला लेते हुए बांग्लादेश को धूल चटाई है.
गेंदबाजों ने किया कमाल
फाइनल मुकाबले में बांग्लादेश की टीम ने टॉस जीतकर भारत को पहले बैटिंग करने के लिए बुलाया. लेकिन भारतीय टीम के बल्लेबाज कुछ खास कमाल नहीं कर सकीं. हालांकि, जी त्रिशा की 47 गेंद में 52 रन की पारी की बदौलत 117 रन बनाने में कामयाब रही. अब इसे बचाने की जिम्मेदारी भारतीय गेंदबाजों पर थी, जिसे उन्होंने अच्छी तरीके से निभाया. छोटे स्कोर को बचाते हुए वीजो जोशिता ने दूसरे ही ओवर में पहली सफलता दिला दी.
पांचवें ओवर में 24 के स्कोर पर परुनिका सिसोदिया ने दूसरा झटका दिया. इससे टीम का मनोबल ऊंचा हो गया. फिर बांग्लादेशी ने 20 रन की साझेदारी करके उबरने की कोशिश की, तभी सोनम यादव ने एक विकेट चटकाकर मुकाबले में भारत की पकड़ मजबूत कर दी. इसके बाद बांग्लादेश की टीम संभल नहीं पाई और अगले 32 रन बनाने में बचे 7 विकेट भी गंवा दिए. इस तरह टीम इंडिया ने 9 गेंद रहते ही मुकाबले को 41 रन से जीत लिया.
जीत के बड़े चेहरे
भारतीय ओपनर जी त्रिशा को फाइनल में उनकी अर्धशतकीय पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया. पहली पारी के दौरान जब टीम इंडिया लड़खड़ा गई थी, तब उन्होंने संभाला था. वो एक छोर से टिकी रहीं और धीरे-धीरे स्कोर को आगे बढ़ाती रहीं. इतना ही नहीं त्रिशा को शानदार प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट भी चुना गया. वो इस टूर्नामेंट की सबसे ज्यादा रन बनाने वाली बल्लेबाज हैं.
त्रिशा ने 5 पारियों में 120 के स्ट्राइक रेट और 53 की औसत से 159 रन बनाए. फाइनल मुकाबले में आयुषी शुक्ला ने 3.3 ओवर में 17 रन देकर 3 शिकार किए और टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाली गेंदबाज रहीं. उन्होंने 5 मैचों में 10 विकेट चटकाए. फाइनल में सोनम यादव ने 2 विकेट, परुनिका सिसोदिया ने 2 और जोशिता ने 1 विकेट चटकाकर उनका साथ दिया.