Asian Champions Trophy: भारतीय हॉकी टीम ने फिर लहराया परचम, चीन को हराकर 5वीं बार जीता खिताब
Asian Champions Trophy: भारतीय हॉकी टीम ने एक बार फिर अपना परचम लहरा दिया है. आज यानी मंगलवार को चीन को 1-0 से हराकर भारत ने अपना 5वां एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी खिताब जीता लिया है. जुगराज सिंह ने 51वें मिनट में निर्णायक गोल करके भारत को जीत दिलाने में मदद की, जबकि चीन ने अंत में गत चैंपियन को जीत के लिए कड़ी मेहनत करने पर मजबूर कर दिया.
Asian Champions Trophy: भारतीय टीम ने आज यानी मंगलवार को चीन को 1-0 से हराकर अपना 5वां एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी खिताब जीता लिया है. जुगराज सिंह ने 51वें मिनट में निर्णायक गोल करके भारत को जीत दिलाने में मदद की, जबकि चीन ने अंत में गत चैंपियन को जीत के लिए कड़ी मेहनत करने पर मजबूर कर दिया. भारत और चीन ने अपने पहले टूर्नामेंट में एक दूसरे का सामना किया था और चीन ने मैच 3-0 से जीता था. हरमनप्रीत सिंह एंड कंपनी इस मैच में प्रबल दावेदार के रूप में उतरी थी, लेकिन मेजबान टीम बिना संघर्ष के हार मानने को तैयार नहीं थी.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मैच की शुरुआत चीन की ओर से भारतीय डिफेंस पर दबाव बनाने की कोशिश से हुई. टूर्नामेंट में इन दोनों टीमों के बीच पहले मैच में यह बात साफ दिखी, जिसमें चीन ने काउंटर पर भारत को तोड़ने की कोशिश की. भारत को पहला वास्तविक मौका पहले क्वार्टर में ही मिला जब सुखजीत ने एक शानदार शॉट लगाया जिसे चीनी गोलकीपर ने रोक दिया.
𝘾𝙃𝘼𝙈𝙋𝙄𝙊𝙉𝙎!!!🏆
— Hockey India (@TheHockeyIndia) September 17, 2024
India wins their 5th Men's Asian Champions Trophy 2024!
Congratulations to the Men in Blue for an outstanding performance and bringing the trophy home! 🇮🇳💙
Full Time:
India 🇮🇳 1-0 🇨🇳 China
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.#HockeyIndia #IndiaKaGame #INDvCHN #ACT24 #Final
ऐसा रहा पूरा मुकाबला
भारत के लिए पहला पीसी 9वें मिनट में आया और इसे चीनी डिफेंस ने अच्छी तरह से रोक दिया. भारत को एक और मौका मिला और इस बार हरमनप्रीत निशाने से काफी दूर रह गए. चीन ने क्वार्टर का अंत दो गोलों से और मजबूत किया और कृष्ण पाठक को दो पेनल्टी कॉर्नर हासिल करने पर मजबूर किया.
'दूसरा क्वार्टर ज़्यादा समय तक उलझा रहा'
दूसरा क्वार्टर ज्यादातर समय तक उलझन भरा रहा क्योंकि चीन ने बस को पार्क करके यह सुनिश्चित किया कि भारत उनसे आगे न निकल पाए. भारत को 27वें मिनट में एक बड़ा मौका मिला जब हरमनप्रीत ने गलत तरीके से पीसी का फायदा उठाने में कामयाबी हासिल की, लेकिन गेंद पोस्ट से टकरा गई। इसके तुरंत बाद, भारत को शुरुआत में पेनल्टी स्ट्रोक दिया गया क्योंकि वांग ने मनप्रीत सिंह को आउट कर दिया था. हालांकि, चीन ने इसकी समीक्षा की और निर्णय उनके पक्ष में रहा तथा मध्यांतर तक स्कोर 0-0 रहा.
'तीसरे क्वार्टर में भारतीय टीम ने बनाया दबदबा'
तीसरे क्वार्टर में भारत ने डी में कई बेहतरीन हमले किए, लेकिन चीनी रक्षापंक्ति दृढ़ रही. चीन ने कुछ पीसी हासिल किए, लेकिन भारतीय रक्षापंक्ति उन्हें दूर रखने में सक्षम थी. 41वें मिनट में पाठक ने एक बेहतरीन पीसी प्रयास को रोककर बचाव किया। भारत ने अंतिम कुछ मिनटों में दबाव बनाया, जब हुंडाल डी में घुसे, लेकिन उनका शॉट वाइड चला गया. ऐसे में भारत का दबाव बना हुआ था, लेकिन चीन अड़ा रहा और खेल अंतिम क्वार्टर में पहुंच गया.
'शानदार रही भारत की जीत'
भारत ने क्वार्टर की शुरुआत में ही दबाव बनाना शुरू कर दिया और आखिरकार 51वें मिनट में गतिरोध को तोड़ दिया. हरमनप्रीत ने डी में शानदार रन बनाया और जुगराज को सेट किया, जिन्होंने गतिरोध को तोड़ने में कोई गलती नहीं की. चीन को अब सावधानी बरतनी पड़ी और भारत पर दबाव बनाने की कोशिश करनी पड़ी. उन्होंने गोल की तलाश में मैदान पर एक उड़ता हुआ गोलकीपर भी उतारा. हालांकि, अंत में भारतीय रक्षा काफी मजबूत थी और भारत ने अंत में जीत हासिल की.