Chess Olympiad में भारत ने रचा इतिहास, पहली बार पुरुष और महिला कैटेगरी में जीता गोल्ड
Chess Olympiad 2024: भारत ने रविवार को एक नया इतिहास रचा है. 45वें शतरंज ओलंपियाड में के लंबे इतिहास में पहली बार भारत ने पुरुष और महिला दोनों कैटेगरी में गोल्ड जीता है. डी गुकेश, आर प्रग्नानंद, अर्जुन एरिगैसी समेत 5 खिलाड़ियों वाली भारतीय मेंस टीम ने ओपन कैटेगरी का गोल्ड मेडल अपने नाम किया. इसके बाद तानिया सचदेव, आर वैशाली, दिव्या देशमुख वाली महिला टीम ने भी गोल्ड मेडल अपने नाम कर इतिहास रचा है.
Chess Olympiad 2024: शतरंज की दुनिया में रविवार 22 सितंबर 2024 का दिन भारत के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों से दर्ज किया गया है. आज का दिन भारत के लिए बेहद अच्छा साबित हुआ है. 45वें शतरंज ओलंपियाड में भारत पहली बार गोल्ड मेडल जीतने में कामयाब हुआ है. ग्रैंडमास्टर और विश्व चैम्पियनशिप चैलेंजर्स गुकेश ने व्लादिमीर फेडोसीव को हराया जबकि एरिगैसी ने जान सुबेलज को शिकस्त दी. आज भारत के लिए दोगुनी खुशी का दिन है क्योंकि, हंगरी में चल रहे चेस ओलंपियाड 2024 में भारत पहली बार ओपन सेक्शन (मेंस) और महिला दोनों कैटेगरी में गोल्ड जीता है.
हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट में पिछले कई दिनों से 45वें चेस ओलंपियाड जारी है. इस खेल में 195 देशों की 197 टीमें पुरुष वर्ग में और महिला वर्ग में 181 देश की 183 टीमों ने हिस्सा लिया है. इस खेल में पहले ही भारत को खिताब का दावेदार माना जा रहा था. स्लोवेनिया के खिलाफ मुकाबले में गुकेश ने काले मोहरों से व्लादिमीर फेडोसेव के खिलाफ तकनीकी चरण में बेहतरीन प्रदर्शन किया.
45वें शतरंज ओलंपियाड में भारत बना चैंपियन
डी गुकेश ने व्लादिमीर फेडोसीव को हराया, और अर्जुन एरिगैसी ने जान सुबेलज को हराकर गोल्ड भारत के नाम कर दिया. भारत ने स्लोवेनिया के खिलाफ अपने मैच में कम से कम एक टाई सुनिश्चित किया और गोल्ड जीतने में कामयाब रही. बता दें कि ये चेस की दुनिया का सबसे बड़ा टीम टूर्नामेंट है जिसमें अलग-अलग देश हिस्सा लेते हैं. भारत ने 2022 में पहली बार इसकी मेजबानी की थी तब भारत ने ओपन सेक्शन और महिला इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीते थे. वहीं इससे पहले भारतीय पुरुषों ने ब्रॉन्ज जीता था लेकिन पहली बार दोनों इवेंट्स में भारत चैंपियन बना.
आखिरी राउंड में भारत ने रचा इतिहास
दुनिया का सबसे बड़ा शतरंज ओलंपियाड गेम में भारत की तरफ से इस बार ओपन सेक्शन में गुकेश, प्रगन्नंद, अर्जून एरिगैसी, विदित गुजराती और पी हरिकृष्णा की टीम मुकाबले में थी. भारतीय टीम ने शनिवार को अमेरिका के खिलाफ जीत के साथ ही अपना गोल्ड मेडल लगभग पक्का कर लिया था. तब 19 पॉइंट्स के साथ भारत पहले स्थान पर था और चीन 17 पॉइंट्स के साथ दूसरे नंबर पर था. आखिरी राउंड में सिर्फ ड्रॉ की जरूरत थी लेकिन भारत ने 3-0 से मुकाबला जीतते हुए चैंपियन बनकर इतिहास रच दिया. भारत ने सभी 11 राउंड में कुल 22 में से 21 पॉइंट्स हासिल किए.
अजरबैजान को हराकर महिला टीम बनी चैंपियन
वहीं महिला टीम ने अजरबैजान को हराकर गोल्ड अपने नाम किया है. भारत की ओर से महिला सेक्शन में वैशाली, तानिया, दिव्या के अलावा डी हरिका और वंतिका अग्रवाल खेल रही थी. खेल के आखिरी राउंड से पहले भारतीय टीम और कजाखस्तान संयुक्त रूप से पहले स्थान पर थे. हालांकि, मुकाबला जीतने के लिए अजरबैजान को हराना बेहद जरूरी थी. भारत की ओर से हरिका, दिव्या और वंतिका ने अपने-अपने मैच जीते, जबकि वैशाली का मुकाबला ड्रॉ रहा. इस तरह भारतीय टीम ने ये राउंड 3.5-0.5 पॉइंट्स के साथ अपने नाम किया और गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया.