World Cup 2023: कोच राहुल द्रविड़ ने BCCI को सौंपी रिपोर्ट, विश्व कप फाइनल में मिली हार की बताई वजह
World Cup 2023: वनडे विश्व कप 2023 फाइनल के समाप्त होने के कुछ दिन बाद BCCI ने भारतीय टीम के हेड कोच राहुल द्रविड़ और कप्तान रोहित शर्मा के साथ टूर्नामेंट में भारतीय टीम के प्रदर्शन को लेकर रिव्यू मीटिंग (पुनरीक्षण बैठक) की.
World Cup 2023 Final Match: वनडे विश्व कप 2023 फाइनल के समाप्त होने के कुछ दिन बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने भारतीय टीम के हेड कोच राहुल द्रविड़ और कप्तान रोहित शर्मा के साथ टूर्नामेंट में भारतीय टीम के प्रदर्शन को लेकर रिव्यू मीटिंग (पुनरीक्षण बैठक) की. इस मीटिंग में राहुल द्रविड़ और रोहित शर्मा से भारतीय टीम के फाइनल मुकाबले में एकतरफा हार की वजह भी पूछी गई, जिसके जवाब में कोच राहुल द्रविड़ ने अहमदाबाद स्टेडियम की पिच को हार की सबसे बड़ी वजह बताई है.
एक समाचार एजेंसी की एक रिपोर्ट के अनुसार राहुल द्रविड़ ने BCCI को स्पष्ट तौर पर कहा कि अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम की पिच पर उतना टर्न नहीं था, जितना टीम मैनजमेंट ने उम्मीद की थी. इस जवाब पर जब BCCI ने यह पूछा कि मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह जैसे स्टार तेज गेंदबाज कारगर साबित हो रहे थे तो स्पिन ट्रैक का प्लान क्यों चुना गया.
इस पर हेड कोच का जवाब था कि यही प्लान पूरे विश्व कप में तेज गेंदबाजों के लिए भी कारगर रहा लेकिन खिताबी मुकाबले में चीजें हमारे फेवर में नहीं थीं. बता दें कि BCCI की इस रिव्यू मीटिंग में BCCI सचिव जय शाह, उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला और अन्य अधिकारी भी मौजूद थे. नई दिल्ली में आयोजित की गई इस मीटिंग में रोहित शर्मा वीडियो कॉल के माध्यम से शामिल हुए थे. रोहित शर्मा इस समय लंदन में छुट्टियां मना रहे हैं.
इस मीटिंग में सभी खिलाड़ियों के प्रदर्शन का आकलन भी किया गया. भारतीय टीम की टी20, वनडे और टेस्ट स्क्वाड में किन खिलाड़ियों प्राथमिकता मिलनी चाहिए और टी20 विश्व कप 2024 के लिए क्या प्लानिंग हो सकती हैं, इस पर भी चर्चा की गई.
खिताबी मुकाबले में भारतीय टीम को मिली हार -
गौरतलब हो कि एकदिवसीय विश्व कप 2023 का खिताबी मुकाबला भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम की उसी पिच पर खेला गया था, जहां लीग मैच में भारत और पाकिस्तान की टीमें आमने-सामने थीं. वैसे तो अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के नॉक आउट मुकाबलों में फ्रेश पिच का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन विश्व कप के खिताबी मुकाबले के लिए इस्तेमाल की गई पिच का उपयोग किया गया.
पिच को स्पिन ट्रैक माना गया था, लेकिन यहां स्पिन गेंदबाजों को किसी तरह की सहायता नहीं मिली. पिच शुरु से ही बेहद धीमी रही, रात में लाइट्स के बाद यहां गेंद अच्छे से बल्ले पर आने लगी. इस पिच पर टॉस भी एक अहम भूमिका थी, जो कंगारू टीम के पक्ष में गया था. पिच पर लक्ष्य का पीछा करना आसान था और यही वजह रही कि भारतीय टीम विश्व कप का खिताब अपने नाम करने में नाकाम रही.