IND vs BAN Test: यशस्वी ने तो कमाल..धमाल..बवाल कर दिया, तोड़े रिकॉर्ड बना दिया इतिहास
IND vs BAN Test: कानपुर के ग्रीन पार्क में बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टेस्ट में यशस्वी जायसवाल ने महज 31 गेंदों में अर्धशतक बनाकर सभी को चौंका दिया. रोहित शर्मा की तेज शुरुआत के बावजूद, जायसवाल ने अकेले ही मैच का रुख बदल दिया. क्या आपको पता है कि भारत ने एक कैलेंडर वर्ष में 90 छक्के लगाकर नया कीर्तिमान स्थापित किया? बारिश के बावजूद, टीम की विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में जगह बनाने की उम्मीदें बरकरार हैं.
IND vs BAN Test: कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन, भारतीय टीम ने एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया. ओपनर यशस्वी जायसवाल ने 31 गेंदों में सबसे तेज अर्धशतक बनाकर सभी को चौंका दिया. उनके इस प्रदर्शन ने भारत को टेस्ट क्रिकेट में नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया.
भारत ने टेस्ट मैच में पहले तीन ओवरों में 50 रन बनाकर एक नया रिकॉर्ड बनाया. कप्तान रोहित शर्मा ने इस शुरुआत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, लेकिन वे जल्दी ही आउट हो गए.
रोहित ने 11 गेंदों में 23 रन बनाए, जिसमें तीन छक्के और एक चौका शामिल था. उनके आउट होने के बाद यशस्वी जायसवाल ने अपना खेल जारी रखा और टीम को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया.
यशस्वी जायसवाल ने बनाया रिकॉर्ड
जायसवाल ने अपनी शानदार पारी में बांग्लादेश के गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाते हुए 51 गेंदों में 72 रन बनाये. इस पारी में उन्होंने 2 छक्कों और 12 चौकों की मदद से बांग्लादेश के खिलाफ अपनी धाक जमा ली. उनकी बल्लेबाजी ने भारतीय टीम को तेजी से रन बनाने में मदद की, जिससे टीम ने 90 छक्के लगाकर एक कैलेंडर वर्ष में सबसे ज्यादा छक्के लगाने का रिकॉर्ड बनाया.
भारत ने एक कैलेंडर वर्ष में बनाए 90 छक्के
इसके साथ ही, जायसवाल ने टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज शतक का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया. उन्होंने सिर्फ 10.1 ओवर में शतक जड़कर 2023 में पोर्ट ऑफ स्पेन में अपने ही बनाए गए रिकॉर्ड को तोड़ दिया.
हालांकि बारिश ने मैच के दो दिन को प्रभावित किया, भारतीय टीम ने अपनी खेल भावना को बनाए रखा. उन्होंने इस जीत से विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाने की अपनी उम्मीदें मजबूत की हैं. अगर भारत यह टेस्ट जीतता है तो यह उनकी स्थिति को और भी मजबूती प्रदान करेगा.
यशस्वी जायसवाल की पारी
यशस्वी जायसवाल की तूफानी पारी ने न केवल उन्हें व्यक्तिगत सफलता दिलाई, बल्कि भारतीय क्रिकेट को एक नई दिशा में आगे बढ़ाने का काम भी किया. सभी की निगाहें अब इस सीरीज के आगे के मैचों पर हैं, जहां भारतीय टीम को अपनी फॉर्म को बनाए रखना होगा और विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की दौड़ में आगे बढ़ना होगा.