CWC 2023: विश्व कप में रोहित शर्मा ने बताया क्यों नहीं खिलाए शमी को शुरुआती चार मैच, कहा- उसके लिए थोड़ा...
रोहित शर्मा ने कहा कि वर्ल्ड कप में भारतीय टीम में शुरुआत में शार्दुल ठाकुर को मौका दिया गया था, ताकि बैटिंग को थोड़ा लंबा खींचा जा सके.
IND VS AUS Final: विश्व कप 2023 में भारतीय टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने कमाल कर दिया, महज 6 मैचों में इस मेगा टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले खिलाड़ियों में टॉप पर पहुंच गए हैं. बता दें कि शमी को इस टूर्नामेंट में शुरुआती चार मैचों में मौका नहीं दिया गया था. लेकिन हार्दिक पांड्या के टीम से बाहर होने के बाद उन्हें मौका दिया गया था. इस बारे में अब कप्तान रोहित शर्मा ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि शमी को खिलाना मुश्किल था, लेकिन कई दफा टीम के हित में कुछ फैसले लेने पड़ते हैं. मोहम्मद शमी को लेकर दर्शक वर्ग ने कई सवाल खड़े किए थे, साथ ही पूर्व क्रिकेटरों ने भी इस पर सवाल पूछे थे.
मोहम्मद शमी ने अपनी स्किल्स पर काम कर रहे थे: रोहित शर्मा
रोहित शर्मा ने कहा कि एक सीनियर खिलाड़ी होने के नाते कुछ मैचों में खेल पाना मोहम्मद शमी के लिए थोड़ा मुश्किल था. लेकिन वह सिराज और बुमराह की मदद के लिए था. यह साफ था कि उसे खिलाना है, लेकिन हमने उनसे पूछा था कि वह टीम में क्यों नहीं है? इसपर शमी ने कहा कि वह अभी अपनी स्किल्स पर काम कर रहा है. टीम में किस खिलाड़ी को खिलाना है या नहीं खिलाना यह विरोधी टीम, हालात और संतुलन पर निर्भर करता है.
लंबी बल्लेबाजी के लिए शार्दुल को खिलाया गया
वर्ल्ड कप में भारतीय टीम में शुरुआत में शार्दुल ठाकुर को मौका दिया गया था, ताकि बैटिंग को थोड़ा लंबा खींचा जा सके. लेकिन जब से हार्दिक पंड्या बाहर हुए तब से भारत छह स्पेशलिस्ट बल्लेबाज और पांच स्पेशल गेंदबाज के साथ मैदान में उतर रहा है. इसके बाद लग रहा था कि भारत को हार्दिक की कमी महसूस हो सकती है. लेकिन ऐसा नहीं हुआ बल्कि जब से टीम इंडिया में मोहम्मद शमी आए हैं, तब से भारत ने हर विरोधी टीम को बड़े अंतर से हराया है.
इस टूर्नामेंट में ऐसा रहा मोहम्मद शमी का प्रदर्शन
शमी की मौजूदगी में भारत ने साउथ अफ्रीका को 243, इंग्लैंड को 100, श्रीलंका 302, नीदरलैंड 160 और न्यूजीलैंड को सेमीफाइनल में 70 रनों के अंतर से हराया था. वहीं, तेंज गेंदबाज की बात करें तो न्यूजीलैंड के खिलाफ 5, साउथ अफ्रीका के सामने 2, श्रीलंका के पांच और इंग्लैंड के चार बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया है. केवल नीदरलैंड ऐसा मुकाबला रहा था जहां उन्हें एक भी विकेट नहीं मिला था.