IPL में नहीं बिकने वाले खिलाड़ी भी ले गए लाखों-करोड़ों.. क्या है ये माजरा?
आईपीएल 2025 के मेगा ऑक्शन में कुल 577 खिलाड़ियों ने भाग लिया, लेकिन इनमें से 395 खिलाड़ी अनसोल्ड रहे. हालांकि, सीजन शुरू होने से पहले इन अनसोल्ड खिलाड़ियों की किस्मत बदल गई है और उन्हें शानदार लाभ मिला है. यह सब बीसीसीआई के एक नियम के कारण हुआ है. आइए जानते हैं वह खास नियम क्या है, जिसकी वजह से इन खिलाड़ियों को फायदा हुआ.

आईपीएल 2025 के मेगा ऑक्शन में कुल 577 खिलाड़ियों ने भाग लिया. लेकिन इनमें से 395 खिलाड़ी ऐसे रहे जिन्हें किसी फ्रेंचाइजी ने नहीं खरीदा. इसके बावजूद भी कुछ खिलाड़ियों की किस्मत ने पलटी मारी और उन्हें अचानक लाखों रुपये मिल गए. यह सब आईपीएल के एक खास नियम की वजह से हुआ. कुछ खिलाड़ी ऑक्शन के बाद बंपर फायदे में आ गए हैं. आइए जानें कि यह नियम क्या है और किसे इसका फायदा हुआ है.
प्लेयर रिप्लेसमेंट नियम
आईपीएल का प्लेयर रिप्लेसमेंट नियम इसके पीछे मुख्य कारण है. अगर किसी खिलाड़ी को चोट या बीमारी के कारण बाहर किया जाता है, तो उसकी जगह आईपीएल में अनसोल्ड खिलाड़ियों को टीम में शामिल किया जा सकता है. यह नियम सीजन शुरू होने से पहले और सीजन के दौरान दोनों समय लागू होता है. इसी वजह से कुछ खिलाड़ी जिनकी नीलामी में कोई कीमत नहीं लगी थी, अब टीमों में शामिल हो गए हैं और उन्हें मोटी रकम मिल रही है.
उमरान मलिक के रिप्लेसमेंट चेतन साकारिया
उदाहरण के लिए, कोलकाता नाइट राइडर्स ने चेतन साकारिया को उमरान मलिक के चोटिल होने के बाद उनका रिप्लेसमेंट बनाया है. इसके लिए उन्हें 75 लाख रुपये दिए जाएंगे. सनराइजर्स हैदराबाद ने वियान मुल्डर को ब्रायडन कार्स के रिप्लेसमेंट के तौर पर शामिल किया. उन्हें भी 75 लाख रुपये मिले. मुंबई इंडियंस ने भी दो खिलाड़ी इस नियम के तहत अपनी टीम में शामिल किए. सबसे पहले, अल्लाह गजनफर की जगह मुजीब उर रहमान को शामिल किया गया, जिसके लिए मुंबई ने 2 करोड़ रुपये चुकाए. इसके अलावा, लिजाड विलियम्स की जगह कॉर्बिन बॉश को टीम में लिया गया. उन्हें 30 लाख रुपये मिलेंगे.
यह नियम खिलाड़ियों के लिए एक सुनहरा मौका बनता है. बीसीसीआई के अनुसार, रिप्लेसमेंट के तौर पर आने वाले खिलाड़ियों को रजिस्टर्ड अवेलेबल प्लेयर पूल का हिस्सा होना चाहिए. उनकी फीस तब तक बेस प्राइस के बराबर होगी, जब तक वह चोटिल खिलाड़ी की फीस से ज्यादा न हो. इसके अलावा, रिप्लेसमेंट खिलाड़ी की फीस टीम के मौजूदा सैलरी कैप में नहीं जुड़ी जाएगी, लेकिन अगर खिलाड़ी का कॉन्ट्रैक्ट अगले सीजन के लिए बढ़ाया जाता है तो उसकी फीस सैलरी कैप में जोड़ी जाएगी.
अनसोल्ड खिलाड़ी
इस नियम की वजह से अनसोल्ड खिलाड़ियों के लिए आईपीएल में खेलने का मौका मिला है. उनकी किस्मत चमक गई है. यह पूरी प्रक्रिया बीसीसीआई के द्वारा बनाई गई नीतियों के तहत पूरी होती है, जो टीमों और खिलाड़ियों के लिए फायदे का सौदा साबित हो रही है.