क्रिकेट में फील्डिंग पोजिशंस कितनी अहम होती हैं? आखिर मैदान में काऊ कॉर्नर क्या होता है

काऊ कॉर्नर क्रिकेट के मैदान पर डीप मिड-विकेट और वाइड लॉन्ग-ऑन के बीच स्थित क्षेत्ररक्षण की स्थिति होती है. यह मैदान का एक कोने का भाग होता है जो बहुत कम व्यस्त/सक्रिय होता है. बल्लेबाज शायद ही कभी मैदान के उस कोने में कोई शॉट खेलते हैं.

Tahir Kamran
Edited By: Tahir Kamran

World Cup 2023 Final : गुजरात के अहमदाबाद में नरेंद्र मोदी स्टेडियम पर आज भारत और आस्ट्रेलिया के बीच वर्ल्ड कप क्रिकेट का फाइनल मैच खेला जा रहा है. आस्ट्रेलिया ने टॉस जीतने के बाद फील्डिंग का फैसला किया है. भारत बैटिंग कर रहा है. क्रिकेट को वैसे तो संभावनओं का खेल का कहा जाता है कि कब किसकी किस्मत बदल जाए. मैच को जीतने के लिए जितनी अच्छी बैटिंग और बॉलिं की जरूरत होती है उससे कहीं अच्छी जरूरत फील्डिंग की होती है. क्रिकेट के  मैदान का अपना गुण-गणित होता है और बहुत सारी पोजीशन होती हैं जहां पर फील्डर को तैनात किया जाता है. मैदान में जिस टीम की फिल्डिंग जितनी अच्छी होगी उसकी जीतने की संभावना उतनी ज्यादा होती है. टीम के कोच और कैप्टन दोनों ही खास रणनीति के तहत फील्डर को मैदान में तैनात करते हैं. मैदान में हर फील्डर का अपना महत्व होता है और फील्डर मैदान में जहां पर खड़ा होता है उस जगह का नाम होता है. आज हम अपने आर्टिकल में इसी को समझेंगे. 

मैदान पर फील्डर्स की अवधारणा कैसे बनी

जब क्रिकेट शुरू हुआ तो पहले इसमें केवल एक बैटिंग करने वाला और एक बॉलिंग करने वाला होता था. कोई तय फील्डर नहीं होता था. विकेट के पीछे विकेटकीपर भी नहीं होता था. उस समय बैट्समैन या बॉलर खुद गेंद लेने जाते थे. इसके बाद लगा कि खेल में ज्यादा लोगों को शामिल करना चाहिए ताकि मैदान पर गेंद को पकड़ने वाले भी हो सकें. अब खेल में और लोग जुड़ते गए इसके बाद यह एक टीम के रूप में खेला जाने लगा. गेंद को पकड़ने के लिए मैदान में कुछ लोगों के खड़े होने की जगह तय हो गई और इस जगह को नाम भी मिल गया. 19वीं शताब्दी में क्रिकेट नियमबद्ध हो गया.

क्रिकेट में फील्डिंग कितने भागों में बंटी होती है 
मोटे तौर पर क्रिकेट दो हिस्सों और तीन सर्किल में बंटा होता है एक ऑफ साइड और दूसरी ऑन साइड. बैट्समैन का बल्ला विकेट के जिस ओर रखा होता है, उस ओर का क्रिकेट का मैदान ऑफ साइड होता है और जिधर उसका पैर होता है, उस ओर का हिस्सा आन साइड या लेग साइड होता है. हालांकि विकेट के पीछे का हिस्सा भी एक अलग ही इलाका होता है.

मैदान में 09 फील्डर तैनात होते हैं
क्रिकेट के मैदान में नौ लोग फील्डर होते हैं एक बॉलिग करता है और एक विकेट कीपर होता है. अब सवाल उठता है कि जिन नौ जगहों पर फील्डर होते हैं उनके नाम क्या हैं. तो आइए इसके बारे में समझते हैं

फील्डिंग में कितनी पोजिशन होती हैं
क्रिकेट में फील्डिंग की 35 पोजिशंस होती हैं. फील्डिंग सजाने का काम कप्तान करता है. हालांकि इसे गेंदबाज, उसकी गेंदबाजी और बल्लेबाज किस ओर ज्यादा खेल रहा है – इस आधार पर सजाते हैं. 

क्लोज कैचिंग इनफील्ड – इस क्षेत्र में वे क्षेत्ररक्षक होते हैं जो बल्लेबाज के सबसे करीब होते हैं. इस रिंग के अंदर हर कोई लगभग 15 गज दूर या करीब होगा! ये अक्सर विशेषज्ञ कैचिंग पोजीशन होती हैं. क्रिकेट मैदान में सबसे छोटे गोले के तौर पर इसको दिखाया जाता है. फील्डिग एरिया मोटे तौर पर दो भागों में बांटा गया है. 

इस एरिया में ये फील्डिंग पोजिशन होती हैं
– विकेट कीपर
– स्लिप
– गली
– लेग स्लिप
– लेग गली
– सिली प्वाइंट
– सिली मिड प्वाइंट
– शार्ट लेग
– सिली मिड -ऑन
– मिड ऑफ
– कवर
– बैकवर्ड प्वाइंट


इंटरनल रिंग – इस क्षेत्र में वो फील्डर होते हैं जो आमतौर पर बल्लेबाजों को सिंगल रन लेने से रोकने की कोशिश करते हैं. इस क्षेत्र में क्षेत्ररक्षक आमतौर पर बल्लेबाज से 30 गज की दूरी पर होता है. इस एरिया में भी बहुत से कैच उठते हैं.
– फ्लाई स्लिप
– कवर
– मिड ऑन
– स्क्वायर फुट
– बैकवर्ड फुट
– मिड विकेट
– फाइन लेग
– थर्ड मैन
– डीप पॉइंट
– डीप बैकवर्ड पॉइंट
– लांग ऑफ

काऊ कॉर्नर क्या होता है
अब बात करते हैं हम काऊ कॉर्नर के बारे में. यह क्रिकेट के मैदान पर डीप मिड-विकेट और वाइड लॉन्ग-ऑन के बीच स्थित क्षेत्ररक्षण की स्थिति होती है. इस स्थिति का नाम मैदान के एक कोने से लिया गया है जो बहुत कम व्यस्त/सक्रिय होता है. बल्लेबाज शायद ही कभी मैदान के उस कोने में कोई शॉट खेलते हैं. इस प्रकार, यह ऐसी जगह मानी गई है, जहां गाय आसानी से चर सकती हैं, क्योंकि बहुत कम बल्लेबाज वहां गेंद को मारेंगे.

क्रिकेट में 6’3 का मैदान क्या होता है?
आपने अक्सर कमेंटेटरों को क्रिकेट ग्राउंड पर 6-3 फील्ड या 7-2 फील्ड का जिक्र करते हुए सुना होगा. यह ऑफ साइड और लेग साइड क्षेत्ररक्षकों के बीच की स्थिति बताई जाती है. क्रिकेट में 6’3 क्षेत्र का मतलब है – ऑफ साइड पर 6 फील्डर और लेग साइड पर 3 फील्डर.

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19 November 2023, 05:14 PM IST

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