ICC New DRS And Concussion Substitute Rule: अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने एक बार फिर क्रिकेट के नियमों में एक अहम बदलाव किया है. ICC ने स्टंपिंग के नियमों में बड़ा बदलाव किया है. अब स्टंपिंग को लेकर खिलाड़ी जितने भी DRS के लिए अपील करेंगे, वह सभी फैसले साइड-ऑन कैमरों को देखकर लिए जाएंगे. ये नई प्लेइंग कंडीशन नए साल यानी 2024 से लागू हो गई है.
इसका मतलब यह है कि भारत और साउथ अफ्रीका के बीच खेला जा रहा केपटाउन टेस्ट और ऑस्ट्रेलिया-पाकिस्तान के बीच जारी सिडनी टेस्ट इस प्लेइंग कंडीशन के हिसाब से ही खेले जा रहे हैं.
बता दें कि अब स्टंप्स के आगे और पीछे के कैमरों को देखकर निर्णय नहीं लिया जाएगा. इसमें गेंद अगर स्टंप्स में लगी होगी तो इस आधार पर निर्णय लिया जाएगा. 12 दिसंबर 2023 से यह नियम लागू किया गया है. ऐसे में अगर किसी टीम को कैच-बिहाइंड (स्टंप्स के पीछे का कैच) देखना है तो उसके लिए टीम को अलग से DRS का इस्तेमाल करना होगा.
वहीं पिछले साल की शुरुआत में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही सीरीज में विकेटकीपर एलेक्स कैरी ने स्टंपिंग के बाद DRS के खत्म होने से पहले कैच-बिहाइंड के लिए अलग से DRS की अपील की थी. ऐसे में ICC के बदले नियम के मुताबिक अब स्टंपिंग की अपील पर सिर्फ साइड-ऑन कैमरे की तस्वीरें दिखाई जाएंगी और अंपायर भी इन पर ही गौर करके अपना फैसला सुनाएंगे.
वहीं ICC ने एक बयान में कहा है कि नए नियम के बदलाव के मुताबिक स्टंपिंग का रिव्यू केवल स्टंप्स तक ही सीमित रहेगा. ऐसे में फील्डिंग टीम को रिव्यू मुफ्त में नहीं मिलेंगे.
इसके अलावा ICC ने कन्कशन रिप्लेसमेंट नियम पर भी जानकारी दी है. अगर गेंदबाजी करते हुए कोई खिलाड़ी कन्कशन का शिकार हो जाता है तो उसको रिप्लेस करने वाला खिलाड़ी गेंदबाजी नहीं करेगा. इसके साथ ही ICC ने खिलाड़ी की चोट का आकलन और इलाज के लिए महज 4 मिनट का समय तय किया है. इतने ही समय के लिए खेल को रोका जाएगा. First Updated : Thursday, 04 January 2024