भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच टेस्ट मैचों की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (BGT 2024-25) का चौथा टेस्ट मेलबर्न के ऐतिहासिक ग्राउंड पर खेला जा रहा है. चौथे टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलियाई प्लेइंग 11 में 19 वर्षीय खिलाड़ी सैम कोंस्टस को मौका मिला है. कोंस्टस का यह डेब्यू मैच है. अपने डेब्यू मैच में ही कोंस्टस ने जसप्रीत बुमराह का घमंड तोड़ते हुए चौकों-छक्कों से भरी पारी खेली.

1112 दिनों बाद चकनाचूर हुआ बुमराह का महारिकॉर्ड

मेलबर्न टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के युवा ओपनर सैम कोंस्टस ने जसप्रीत बुमराह के खिलाफ साहसिक प्रदर्शन करते हुए तीन साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया. 19 वर्षीय कोंस्टस ने भारतीय तेज गेंदबाज बुमराह के खिलाफ रिवर्स रैंप शॉट खेलकर दो चौके और एक छक्का लगाया. खास बात यह है कि बुमराह ने 1,112 दिन और 4,483 गेंदों के बाद टेस्ट क्रिकेट में कोई छक्का खाया. इससे पहले 2021 में कैमरून ग्रीन ने सिडनी में उनके खिलाफ छक्का लगाया था. सैम कोंस्टस ने अपनी पहली पारी की 23वीं गेंद पर यह कमाल का शॉट लगाया, जिसने दर्शकों में उत्साह पैदा कर दिया.

बुमराह के खिलाफ किया ये कारनामा

सैम कोंस्टस ने जसप्रीत बुमराह के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया. किसी भी बल्लेबाज के लिए बुमराह के खिलाफ रन बना पाना आसान नहीं होता है, लेकिन इस 19 साल के खिलाफ ने बुमराह के खिलाफ बड़ी आसानी से रन बनाए. उन्होंने इस मुकाबले में दो छक्के जड़े. यह दोनों छक्के उन्होंने जसप्रीत बुमराह के ही खिलाफ जड़े और टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में बुमराह को दो छक्के जड़ने वाले दुनिया के दूसरे खिलाड़ी बन गए. उनसे पहले सिर्फ जोस बटलर ने ही ऐसा कारनामा किया था. इसके अलावा उन्होंने बुमराह के खिलाफ कुल 6 बाउंड्री लगाई. जो कि टेस्ट क्रिकेट की एक पारी में किसी भी बल्लेबाज द्वारा बुमराह के खिलाफ दूसरा सबसे बेस्ट प्रदर्शन है. वहीं सैम कोंस्टस ने टेस्ट में एक पारी में जसप्रीत बुमराह के खिलाफ चौथे सबसे अधिक रन बनाए. उन्होंने बुमराह के खिलाफ इस मुकाबले में 33 गेंदों पर 34 रन बनाए.

कमेंट्री कर रहे पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने मजाकिया लहजे में कहा, “शायद कोंस्टस ने तय कर लिया था कि बुमराह को रिवर्स शॉट्स से ही खेलना है.” कोंस्टास का आक्रामक अंदाज भारतीय गेंदबाजों को लगातार चुनौती देता रहा.

कोंस्टस ने भारतीय गेंदबाजों पर साधा निशाना

शुरुआती ओवरों में जसप्रीत बुमराह ने कोंस्टस को परेशान किया और कई बार उनके बल्ले का किनारा भी लगा, लेकिन युवा बल्लेबाज ने निडरता दिखाते हुए बुमराह की गेंदों को बाउंड्री के पार भेजा. सातवें ओवर में उन्होंने लगातार दो चौके लगाकर भारतीय गेंदबाजी आक्रमण पर दबाव बनाया. कोंस्टस की आक्रामक पारी के कारण रोहित शर्मा को रवींद्र जडेजा को गेंद सौंपनी पड़ी और यह योजना कारगर साबित हुई. जडेजा ने 19वें ओवर की दूसरी गेंद पर कोंस्टस को फिरकी में फंसाते हुए आउट कर दिया. सैम कोंस्टस ने अपने डेब्यू टेस्ट की पहली पारी में 92.20 की स्ट्राइक रेट से 65 गेंदों पर 60 रन बनाए, जिसमें 6 चौके और 2 छक्के शामिल थे.