Ind vs Aus: भारत की हार से बढ़ेगी कोच गौतम गंभीर की चिंता?, इस हार का जिम्मेदार कौन
सिडनी टेस्ट में भारत को 6 विकेट से हार का सामना करना पड़ा. भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 162 रनों का टारगेट दिया था. बुमराह के चोटिल होने भी भारत को नुकसान हुआ और आखिर में पांचवें टेस्ट में भारत को हार नसीब हुई.
सिडनी टेस्ट में टीम इंडिया को 6 विकेट से हार का सामना करना पड़ा है. हार के साथ ही भारत ने बॉर्डर-गावस्कर सीरीज 3-1 से गंवा दी है. ऑस्ट्रेलिया ने 10 साल बाद बॉर्डर गावस्कर सीरीज पर कब्जा कर लिया है. इससे पहले उसे 5 सीरीज में हार का सामना करना पड़ा था. इस हार के बाद टीम इंडिया की WTC फाइनल में पहुंचने की उम्मीदें भी खत्म हो गई हैं. भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 162 रनों का टारगेट दिया था. बुमराह के चोटिल होने भी भारत को नुकसान हुआ और आखिर में पांचवें टेस्ट में भारत को हार नसीब हुई. हार के बाद भारतीय टीम WTC के फाइनल की रेस से बाहर हो गई है. ऑस्ट्रेलियाई टीम WTC के फाइनल में पहुंचने वाली दूसरी टीम बन गई है.
बल्लेबाजी का फ्लॉप होना, सबसे बड़ा कारण
पूरे सीरीज में भारतीय बल्लेबाजी फ्लॉप रही है. सिर्फ यशस्वी जायसवाल ऐसे बल्लेबाज रहे जिन्होंने सीरीज में अपनी काबिलियत के साथ न्याय किया. इसको अलावा कोई भी दूसरा बल्लेबाज ऑस्ट्रेलियाई पिच पर जमकर नहीं खेल पाया. हालांकि शुरुआत में केएल राहुल ने अपनी बल्लेबाजी से उम्मीद जगाई थी लेकिन टेस्ट सीरीज के अंत तक आते-आते उनके बल्ले ने भी जंग पकड़ लिया. जायसवाल ने 391 रन बनाए और इस सीरीज में भारत की ओर से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे. इसके बाद दूसरे बल्लेबाज कोई खास कमाल नहीं कर पाए. केएल राहुल ने (276), ऋषभ पंत ने (255), कोहली ने (190), जडेजा ने (135), शुभमन गिल ने (93) रन औऱ रोहित शर्मा ने 31 रन बनाए. बल्लेबाजों के घटिया परफॉर्मेंस ने भारत से बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी छीन लिया.
बुमराह को नहीं मिला दूसरे गेंदबाजों का साथ, मोहम्मद शमी की कमी खली
सिडनी टेस्ट में भारत की हार का एक बड़ा कारण जसप्रीत बुमराह का चोटिल होना भी रहा. बुमराह ने इस सीरीज में कमाल की गेंदबाजी की और 32 विकेट लेने में सफल रहे. इस पूरे सीरीज में बुमराह ने 908 गेंदें फेंकी जिसपर कुल 418 रन बने. बुमराह ने बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में कुल 151.2 ओवर की गेंदबाजी की. इसके बाद दूसरे नंबर पर सिराज रहे, जिन्होंने इस सीरीज में 157.1 ओवर की गेंदबाजी की, भले ही सिराज को 20 विकेट मिले लेकिन जिस तरह से दूसरे गेंदबाजों का साथ बुमराह मिलना चाहिए, वो नहीं मिल सका. ऐसे में टीम इंडिया के सामने सबसे बड़ा सवाल है कि क्या भारतीय टीम के पास ऐसा गेंदबाज नहीं हैं जो टेस्ट मैचों में असरदार साबित हो सके. क्या मोहम्मद शमी के न रहने से भी भारत को नुकसान हुआ है.
कोच गौतम गंभीर की रणनीति पर सवाल?
भारत की हार का ठीकरा कोच गौतम गंभीर पर भी फोड़ा जाएगा. एक ओर जहां आपके पास प्रसिद्ध कृष्णा जैसे गेंदबाज थे, लेकिन उनको ज्यादा मौके नहीं मिले. आखिरी टेस्ट मैच में प्रसिद्ध कृष्णा को शामिल किया गया और उन्होंने अपनी गेंदबाजी से प्रभावित किया. वहीं, आखिरी मैच से कप्तानी में फेरबदल करना और फिर बल्लेबाजी क्रम में बदलान को लेकर बनी रणनीति पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं.
गौतम गंभीर की कोचिंग में भारत
श्रीलंका में श्रीलंका के खिलाफ 3-0 (T20I),जीत
श्रीलंका में श्रीलंका के खिलाफ 0-2 (ODI), हार
भारत में बांग्लादेश के खिलाफ 2-0 (टेस्ट), जीत
भारत में बांग्लादेश के खिलाफ 3-0 (T20I), जीत
भारत में न्यूजीलैंड के खिलाफ 0-3 (टेस्ट), हार
ऑस्ट्रेलिया में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1-3 (टेस्ट), हार
कोहली-रोहित का फ्लॉप शो
वैसे क्रिकेट एक टीम गेम है लेकिन इस पूरे सीरीज में सिर्फ बुमराह ही अकेले ऑस्ट्रेलियाई टीम से लोहा लेते दिखे, पूरे सीरीज सीनियर बल्लेबाज विराट कोहली और रोहित शर्मा फ्लॉप रहे. दोनों के बल्ले से रन न निकलना भारत की हार का एक प्रमुख कारण रहा है. विराट कोहली लगातार ऑफ स्टंप की गेंद पर आउट होते रहे. तो वहीं रोहित शर्मा ने अपने बल्लेबाजी क्रम में बदलाव भी किया लेकिन उसका भी कोई लाभ नहीं मिला.