Ind Vs Ban: रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा ने चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में बांग्लादेश के खिलाफ चल रहे पहले टेस्ट में इतिहास रच दिया है. इस जोड़ी ने बांग्लादेश के खिलाफ सातवें विकेट के लिए भारत की ओर से सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड बनाया है. इससे पहले यह रिकॉर्ड सौरव गांगुली और सुनील जोशी के नाम था, जिन्होंने 2000 में सातवें विकेट के लिए 121 रन की साझेदारी की थी.
पहले दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने 6 विकेट खोकर 339 रन बना लिए हैं. अश्विन ने पहले दिन शतक जड़ा. वह जब बल्लेबाजी करने आए थे तो भारत का स्कोर 144 पर 6 था. उन्होंने जड़ेजा के साथ 7वें विकेट के लिए साझेदारी करके इतिहास रच दिया है. ये साझेदारी और भी लंबी होगा. दूसरे दिन जडेजा और अश्विन पारी की शुरुआत करेंगे.
एक समय था जब भारतीय टीम लड़खड़ा गई थी लेकिन फिर अश्विन और जडेजा ने टीम को संभाल लिया. दोनों ने पहले दिन का खेल खत्म होने तक 7वें विकेट लिए 195 रन जोड़ दिए हैं. अश्विन ने अपने करियर का छठा और घरेलू मैदान पर दूसरा शतक जड़ा.
यह भारत के लिए नंबर 7 या उससे नीचे बल्लेबाजी करते हुए प्रारूप में उनका चौथा शतक भी था, जिससे वे दूसरे स्थान पर धोनी के बराबर आ गए और कपिल देव (7) से पीछे रह गए.
अश्विन ने शतक जड़ते हुए पहले दिन का खेल खत्म होने तक 112 गेंदों पर 10 चौके और 2 छक्कों की मदद से 102 रन बना लिए हैं. वहीं, जडेजा ने भी 117 गेंदों का सामना करते हुए 86 रन बना लिए हैं. जडेजा भी अपनी पारी में अब तक 10 चौके और छक्के लगा चुके हैं.
दोनों ने भारतीय टीम को संभालते हुए 7वें विकेट के लिए बांग्लादेश के खिलाफ सबसे बड़ी साझेदारी भी कर डाली. इनके अलावा यशस्वी जायसवाल ने 118 गेंदों पर 56 रनों की पारी खेली. वहीं, ऋषभ पंत ने भी 52 गेंदों पर 39 रन बनाए. गिल शून्य पर आउट हुए. तो रोहित और विराट 6-6 रन बनाकर चलते बने. के एल राहुल भी नहीं चले. वह 16 रन बनाकर आउट हुए.
195* - अश्विन और रवींद्र जडेजा, चेन्नई, 2024
121 - सौरव गांगुली और सुनील जोशी, ढाका, 2000
118* - रवींद्र जडेजा और रिद्धिमान साहा, हैदराबाद, 2017
बांग्लादेश के तेज गेंदबाज हसन महमूद ने कमाल की गेंदबाजी करते हुए भारतीय टीम के टॉप ऑर्डर की कमर तोड़ दी. उन्होंने शुरुआती 4 विकेट लेकर पूरा गेम ही बदल दिया. रोहित, गिल, विराट और पंत को पवेलियन भेजकर को पीछे धकेलने का काम किया था. लेकिन 6 विकेट गिरने के बाद अश्विन और जडेजा ने टीम इंडिया की पारी को संभाला.