Ind vs Ban Test: बांग्लादेश को भारत का एहसान मानना चाहिए!
Ind vs Ban Test: भारत और बांग्लादेश के बीच 2 टेस्ट मैचों की सीरीज होने जा रही है. पहला मैच चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में हो रहा है. बांग्लादेश ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला लिया है. रोहित शर्मा ने कहा कि हम भी टॉस जीतते तो गेंदबाजी ही चुनते. बता दें बांग्लादेश अब तक भारत से एक भी टेस्ट नहीं जीत पाया है. इस मैच में वो अपना पूरा दम लगाने की कोशिश करेगा.
Ind vs Ban Test: भारत और बांग्लादेश के बीच 2 टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में हो रहा है. इस मैच में बांग्लादेश ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया. भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि अगर वे टॉस जीतते, तो वे भी पहले गेंदबाजी करने का विकल्प चुनते. अब तक बांग्लादेश भारत के खिलाफ एक भी टेस्ट मैच जीतने में सफल नहीं हुआ है. दोनों टीमों के बीच कुल 13 टेस्ट मुकाबले खेले गए हैं, जिनमें से 11 मैच भारत ने जीते हैं, जबकि 2 मैच ड्रॉ रहे.
भारत और बांग्लादेश के बीच पहली टेस्ट सीरीज साल 2000 में खेली गई थी. अब तक दोनों टीमों के बीच 8 सीरीज हो चुकी हैं, जिनमें से 7 भारत ने अपने नाम की हैं और एक सीरीज ड्रॉ रही. बांग्लादेश की टीम 5 साल के अंतराल के बाद भारत में टेस्ट सीरीज खेलने आई है. इससे पहले, 2019 में दोनों टीमों के बीच 2 टेस्ट मैच खेले गए थे, जिन्हें भारत ने 2-0 से अपने पक्ष में किया था.
भारत का एहसान क्यों?
साल 1971 में आजादी के बाद 1986 में बांग्लादेश ने वनडे क्रिकेट खेलना शुरू किया. 10 साल तक टीम ने कुछ खास नहीं किया. इसके बाद 1996 में साबेर हुसैन चौधरी BCB के प्रेसिडेंट बने और उन्होंने टेस्ट क्रिकेट का दर्जा दिलाने का जिम्मा उठा लिया. 1997 में टीम ने ICC ट्रॉफी जीत ली. इसके बाद वनडे टीम अच्छा चलती जा रही थी. लेकिन, अभी भी उनके पास टेस्ट का दर्जा नहीं था.
जगमोहन डालमिया का रोल
साबेर हुसैन ने 1998 में ICC चैंपियंस ट्रॉफी के बाद एशियन टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल भी होस्ट किया. दोनों मेजबानी ICC के भारतीय प्रेसिडेंट जगमोहन डालमिया की वजह से मिली. साबेर ने फिर डालमिया से टेस्ट क्रिकेट का दर्जा दिलाने की बात भी की. डालमिया भी बांग्लादेश में क्रिकेट का विकास चाह रहे थे.
डालमिया ने बांग्लादेश को टेस्ट क्रिकेट का दर्जा दिलाने के लिए 26 जून 2000 को ICC मीटिंग में वोटिंग कराई. इसमें बांग्लादेश को टेस्ट स्टेटस 9 वोट मिले. हालांकि, उन्हें उम्मीद थी कि वो 7 वोट ही हासिल कर पाएंगे. इस बैंठक में साबेर हुसैन ने पक्ष 45 मिनट की प्रेजेंटेशन में रखा.
पहला मैच भारत के साथ
आईसीसी मेंबर्स के वोट से 26 जून को बांग्लादेश को टेस्ट टीम का दर्जा मिल गया. इसके तुरंत बाद, साबेर हुसैन ने इंग्लैंड को बांग्लादेश में टेस्ट खेलने का निमंत्रण दिया. हालांकि, इंग्लैंड ने अपने व्यस्त कार्यक्रम के चलते इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया। इसके बाद भारत ने बांग्लादेश के साथ टेस्ट मैच खेलने के लिए सहमति दी.