Indian Team: सुनील गावस्कर ने भारतीय टीम को दी बड़ी सलाह, बोले- 'वेस्टइंडीज से हारने में कोई शर्म नहीं, लेकिन...'
Indian Team: भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने भारतीय टीम को लेकर कहा कि वेस्टइंडीज से हारना शर्म की बात नहीं है, लेकिन विश्व कप से पहले ये हार टीम के लिए वेक-अप कॉल होनी चाहिए.
Sunil Gavaskar On Indian Team: भारतीय टीम को हाल ही में वेस्टइंडीज दौरे पर पांच मुकाबलों की टी20 सीरीज में 2-3 से शिकस्त झेलनी पड़ी. इस हार के बाद भारतीय टीम को खूब आलोचनाओं का सामना करना पड़ा. लेकिन अब भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने भारतीय टीम को लेकर कहा कि वेस्टइंडीज से हारना शर्म की बात नहीं है, लेकिन विश्व कप से पहले ये हार टीम के लिए वेक-अप कॉल होनी चाहिए.
सुनील गावस्कर ने 'स्पोर्टस्टार' के लिए अपने मासिक कॉलम में इस बात का उल्लेख किया वेस्टइंडीज दो बार ICC टी20 विश्व कप का खिताब जीत चुकी है. गावस्कर ने लिखा कि, "वेस्टइंडीज से मिली हार निराशाजनक नहीं होनी चाहिए. मत भूलिए कि उन्होंने दो बार टी20 विश्व कप का खिताब जीता है, और उनके खिलाड़ी इंडियन प्रीमिया लीग में अलग-अलग फ्रेंचाइजी के लिए मैच विनर हैं. इसलिए वेस्टइंडीज टॉप क्लास टी20 टीम है, और उनसे हारने में कोई शर्म नहीं."
सुनील गावस्कर ने टी20 सीरीज में आराम दिए जाने वाले खिलाड़ियों के बारे में भी बात की. गावस्कर ने लिखा कि, "वेस्टइंडीज के खिलाफ मिली हार एक वेक-अप कॉल होनी चाहिए कि भारत को अपने पक्ष को मजबूत करने के लिए कहां सुधार करने की आवश्यकता है. जिन लोगों को इस सीरीज के लिए आराम दिया गया था, उनमें से कुछ बहुत लंबे समय तक टीम में नहीं हो सकते हैं. इसलिए उनके रिप्लेसमेंट को भी बहुत जल्दी तलाश करने की आवश्यकता है, क्योंकि अगला ICC टी20 विश्व कप महज एक साल दूर है."
पूर्व भारतीय दिग्गज बल्लेबाज ने इस बात का भी जिक्र किया कि यह भारत की फुल स्ट्रेंथ वाली टी20 टीम नहीं थी. उन्होंने लिखा कि, "यह याद रखना अच्छा होगा कि टीम के कुछ मुख्य नियमित खिलाड़ियों को इस सीरीज के लिए आराम दिया गया था, इसलिए यह फुल स्ट्रेंथ वाली भारतीय टी20 टीम नहीं थी. जबकि कुछ प्रदर्शन अच्छे थे, बाकी निराशाजनक थे, जिससे स्वभाव के बारे सवाल उठता है."
वहीं सुनील गावस्कर ने आगे बताया कि शीर्ष स्तर (टॉप लेवल) पर क्या चीज पुरुषों को लड़कों से अलग बनाती है. पूर्व दिग्गज बल्लेबाज ने लिखा कि, "शीर्ष स्तर पर हमेशा जज्बा ही पुरुषों को लड़कों से अलग करता है और अंतरराष्ट्रीय मुकाबले से ज्यादा परीक्षा कुछ नहीं हो सकती."