चैंपियंस ट्रॉफी से ओलंपिक तक: ICC चेयरमैन बनते ही जय शाह को मिलेंगी ये चुनौतियां
आईसीसी के चेयरमैन चुने जाने के बाद जय शाह ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि वह अपने कार्यकाल में यह सुनिश्चित करेंगे कि टेस्ट क्रिकेट हमेशा प्राथमिकता बना रहे क्योंकि यही क्रिकेट का आधार है. जय शाह के कार्यकाल के दौरान चैंपियंस ट्राॉफी से लेकर ओलंपिक में क्रिकेट तक कई सारी चुनौतियां है जो उनका इंतजार कर रही है. तो चलिए जानते हैं उन बदलाव के बारे में जो जय शाह के कार्यकाल में होने वाला है.
जय शाह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के चेयरमैन पद के लिए निर्विरोध चुने गए हैं. यह जानकारी मंगलवार को ICC ने दी. उनका कार्यकाल 1 दिसंबर से शुरू होगा. उनके कार्यकाल में कई चुनौतियां और अवसर मिलने वाले हैं जिससे काफी कुछ बदलाव देखने को मिलेगा. बता दें कि शाह इस पद पर आसीन होने वाले सबसे कम उम्र के व्यक्ति हैं. खास बात यह है कि वह जगमोहन डालमिया, शरद पवार, एन श्रीनिवासन और शशांक मनोहर के बाद ICC का नेतृत्व करने वाले पांचवें भारतीय होंगे.
शाह को ऐसे समय पर ICC का चेयरमैन बनाया गया है जब लॉस एंजिल्स ओलंपिक 2028 में भारत अपना ओलंपिक पदार्पण करेगा. वह ICC अध्यक्ष के रूप में तीन साल का कार्यकाल संभालेंगे, जिसमें तीन और साल तक पद पर बने रहने का विकल्प होगा. अपने आगे के कार्यकाल में शाह को क्रिकेट को वास्तव में वैश्विक खेल के रूप में स्थापित करने का अवसर मिलेगा.
आईसीसी के चेयरमैन बने जय शाह
बीसीसीआई सचिव जय शाह आईसीसी के नए चेयरमैन बन गए हैं. जय शाह ICC के मौजूदा चेयरमैन ग्रेग बार्कले की जगह लेंगे. ग्रेग बार्कले का कार्यकाल 30 नवंबर को खत्म हो रहा है जो इस पद पर लगातार दो साल रहे हैं. बता दें कि 1 दिसंबर से जय शाह यह जिम्मेदारी संभालेंगे. शाह अभी आईसीसी की वित्त मामलों की उप समिति के अध्यक्ष भी हैं.
ये समस्याएं जय शाह का कर रही इंतजार
1. जय शाह के ICC कार्यकाल के दौरान कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा जिसमें सबसे बड़ी चुनौती वनडे क्रिकेट को प्रासंगिक बनाए रखना है. वो भी ऐसे समय पर जब दुनिया भर में क्रिकेटर्स फ्रेंचाइजी लीग क्रिकेट की तरफ जा रहे हैं. जय शाह ने चेयरमैन बनने से पहले टेस्ट क्रिकेट के लिए एक अतिरिक्त फंड की योजना पेश की है. जिसका सभी ने समर्थन भी किया है.
2. जय शाह के सामने एक और महत्वपूर्ण चुनौती है ओलंपिक में क्रिकेट को बढ़ावा देना. 2028 में लॉस एंजिल्स ओलंपिक की शुरुआत होगी जिसमें भारतीय भी पार्टिसिपेट करेगी. जय शाह ने ओलंपिक में क्रिकेट को लेकर कहा, 'एलए 2028 में ओलंपिक में हमारे खेल को शामिल करना क्रिकेट के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ का प्रतिनिधित्व करता है, और मुझे विश्वास है कि यह खेल को अभूतपूर्व तरीके से आगे बढ़ाएगा.
3. हालांकि जय शाह के सामने सबसे पहली चुनौती इंद्रा नुई का उत्तराधिकारी चुनना है. इंद्रा नूई ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) से अपना रिश्ता खत्म कर लिया है. दरअसल, विश्व संस्था की पहली स्वतंत्र महिला निदेशक और पेप्सिको की पूर्व सीईओ अब इस प्रतिष्ठित पद पर नहीं हैं. उनका कार्यकाल जुलाई 2024 में समाप्त हो चुका है. ऐसे में आईसीसी को एक उपयुक्त उम्मीदवार की तलाश है.