'खेल रत्न अवॉर्ड 2025: जब इतिहास रचने वाले खिलाड़ियों ने जीते 25 लाख रुपये!'
2025 का खेल रत्न अवॉर्ड इस बार चार ऐसे खिलाड़ियों को मिला है, जिन्होंने अपने खेल से इतिहास रचा है! मनु भाकर, हरमनप्रीत सिंह, डी गुकेश और प्रवीण कुमार ने अपनी अद्भुत उपलब्धियों से यह अवॉर्ड जीता है। इन खिलाड़ियों को 25 लाख रुपये की प्राइज मनी के साथ एक गोल्ड मेडल और प्रमाण पत्र भी मिलेगा। जानिए इनकी शानदार कहानी और किस तरह से ये चारों खिलाड़ी बन गए देश के सबसे बड़े खेल अवॉर्ड के हकदार! पूरा पढ़ने के लिए क्लिक करें!
Khel Ratna Award 2025: खेल जगत में सफलता की नई मिसाल पेश करने वाले खिलाड़ियों को हर साल राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों के तहत सम्मानित किया जाता है। इस बार 2025 में खेल रत्न अवॉर्ड जीतने वाले खिलाड़ियों ने अपने खेल से इतिहास रच दिया है। खेल मंत्रालय द्वारा हाल ही में घोषित इस पुरस्कार में चार खिलाड़ियों को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार से नवाजा गया है। यह पुरस्कार न सिर्फ खिलाड़ियों के समर्पण और मेहनत का सम्मान है, बल्कि उनके लिए 25 लाख रुपये की पुरस्कार राशि भी प्रदान करता है। आइए जानते हैं किसे-किसे मिला यह अवॉर्ड और कितनी राशि मिल रही है!
किसे मिला खेल रत्न अवॉर्ड?
इस बार खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित होने वाले चार प्रमुख खिलाड़ी हैं:
- मनु भाकर (शूटिंग)
- डी गुकेश (शतरंज)
- प्रवीण कुमार (पैरालंपिक्स)
- हरमनप्रीत सिंह (हॉकी)
इन चारों खिलाड़ियों ने अपने खेल के क्षेत्र में जो उपलब्धियाँ हासिल की हैं, वो न केवल देश के लिए गर्व का कारण बनी हैं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इनका नाम रोशन किया है।
मनु भाकर का ऐतिहासिक प्रदर्शन:
मनु भाकर, जो पेरिस ओलंपिक में शूटिंग के क्षेत्र में दो मेडल जीतकर इतिहास रच चुकी हैं, उन्हें इस बार खेल रत्न अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। मनु भाकर पहली भारतीय एथलीट बनीं थीं, जिन्होंने एक ही ओलंपिक में एकल प्रतियोगिताओं में दो अलग-अलग मेडल जीतने का रिकॉर्ड बनाया। यह उनके अथक प्रयासों और समर्पण का परिणाम था, जिसके बाद उनका नाम इस पुरस्कार के लिए चुना गया।
हरमनप्रीत सिंह ने हॉकी में दिलाया भारत को ब्रॉन्ज मेडल:
भारत की हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने पेरिस ओलंपिक में अपनी नेतृत्व क्षमता से टीम को ब्रॉन्ज मेडल दिलवाया। यह लगातार दूसरा मौका था जब भारत ने ओलंपिक्स में हॉकी में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। हरमनप्रीत की कप्तानी में टीम का प्रदर्शन ऐतिहासिक रहा और इस कारण उन्हें भी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
डी गुकेश ने शतरंज में रच दिया इतिहास:
डी गुकेश शतरंज के इतिहास में सबसे युवा वर्ल्ड चैंपियन बने। महज 18 साल की उम्र में उन्होंने शतरंज का सबसे बड़ा खिताब अपने नाम किया और देश का नाम रोशन किया। उनके इस अभूतपूर्व प्रदर्शन को खेल रत्न अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।
प्रवीण कुमार ने पैरालंपिक्स में किया कमाल:
प्रवीण कुमार ने पैरालंपिक्स 2024 में हाई-जंप की T64 श्रेणी में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया। यह उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण का परिणाम था, जिससे उन्हें भी खेल रत्न अवॉर्ड मिला।
कितनी है पुरस्कार राशि?
खेल रत्न अवॉर्ड जीतने वाले खिलाड़ियों को अब 25 लाख रुपये की नकद राशि दी जाती है, जो पहले 7.5 लाख रुपये थी। मोदी सरकार ने इस राशि को बढ़ाकर 25 लाख रुपये कर दिया है। इसके अलावा, पुरस्कार पाने वाले खिलाड़ियों को एक मेडल और प्रमाणपत्र भी प्रदान किया जाता है।
सम्मान समारोह का आयोजन
इन खिलाड़ियों का सम्मान 17 जनवरी 2025 को राष्ट्रपति भवन में एक भव्य समारोह में किया जाएगा, जिसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू उन्हें यह पुरस्कार प्रदान करेंगी। यह आयोजन भारतीय खेलों के इतिहास में एक अहम मोड़ साबित होगा।2025 का खेल रत्न पुरस्कार खिलाड़ियों के असाधारण प्रयासों का प्रमाण है। इन खिलाड़ियों ने अपनी कड़ी मेहनत और संघर्ष से यह पुरस्कार जीता है। इनकी उपलब्धियाँ न केवल उनके व्यक्तिगत जीवन को प्रौढ़ करती हैं, बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणा का स्रोत बन चुकी हैं।