MS Dhoni Birthday Special: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी आज यानी 7 जुलाई को अपना 42वां जन्मदिन मना रहे हैं. सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि महेंद्र सिंह धोनी के फैंस दुनियाभर में हैं. माही ने अपनी कप्तानी में भारतीय क्रिकेट को जिस मुकाम पर पहुंचाया है उसे कभी नहीं भुलाया जा सकता.
माही ने भारत को अपने नेतृत्व में ICC के 3 बड़े टूर्नामेंट में जीत दिलाई है. माही ICC के सभी टूर्नामेंट जीतने वाले एकमात्र कप्तान हैं. इसी के चलते माही के ना सिर्फ भारत में बल्कि विदेशों में भी अनगिनत फैंस हैं. आज हम आपको महेंद्र सिंह धोनी के उन बहुत से चमत्कारों में से कुछ चमत्कारों के बारें में बताते हैं, जो माही ने अपने क्रिकेट करियर में मैदान पर दिखाए हैं.
अगर बात करें साल 2007 के टी20 विश्व कप की तो माही ने एक नहीं बल्कि अपने कई फैसलों से चौंकाया. जहां हम सभी सोचते थे कि कप्तान अब ये फैसला लेगा पर माही की सोच थोड़ी अलग ही होती थी. चाहे पाकिस्तान के खिलाफ बॉलआउट में बल्लेबाजों का चुनाव हो या फिर फाइनल मुकाबले में हरभजन सिंह को छोड़कर जुगेंद्रर को गेंदबाजी की जिम्मेदारी सौंपना हो. इसके अलावा कई मुकाबलों में माही ने बल्लेबाजी के क्रम पर भी अपने फैसलों से हर किसी को हैरान कर दिया था.
महेंद्र सिंह धोनी ने साल 2011 के वनडे विश्व कप के फाइनल मुकाबले में खुद पर भरोसा दिखाते हुए, युवराज सिंह से पहले बल्लेबाजी करने के लिए मैदान उतरे. ये बात तो हर किसी को पता है, लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि माही ने इसकी योजना सेमीफाइनल में ही बना ली थी. दरअसल जैसे ही भारतीय टीम सेमीफाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत दर्ज की, उसी रात माही ने सोच लिया था कि हो सकता है परिस्थितियों के हिसाब से फाइनल मुकाबले में पहले बल्लेबाजी के लिए आया पड़े.
इंडियन प्रीमियर लीग के इतिहास में भी महेंद्र सिंह धोनी सबसे सफल कप्तान बन कर सामने आए हैं. माही ने चेन्नई सुपर किंग्स के लिए वही काम किया जो भारतीय टीम के लिए किया करते थे. अपने फैसलों से विरोधी टीमों के कप्तानों और कोच को जमकर परेशान किया. साल 2010 में माही ने अपने गेंदबाजों को इस तरह से रोटेट किया कि खिताबी मुकाबले में मुंबई इंडियंस की टीम देखती ही रह गई. First Updated : Friday, 07 July 2023