फाइनल में पहुंचे गोल्डन ब्वॉय नीरज चोपड़ा, PAK के अरशद नदीम कितना पीछे?
Neeraj Chopra in Olympics: पेरिस ओलंपिक 2024 में नीरज चोपड़ा ने पहली बार में ही बता दिया है कि वो गोल्डन ब्वॉय क्यों हैं. उन्होंने पहली ही थ्रो में 89.34 मीटर दूसर भाला फेंका. नीरज चोपड़ा के अलावा पाकिस्तान के अरशद नदीम ने भी पहली ही कोशिश में शानदार दूरी हासिल की. भारत और पाकिस्तान दोनों ही ग्रुप B में हैं और उन्होंने अब 8 अगस्त को क्वॉलिफाइ करने वाले सभी खिलाड़ी भिड़ेंगे.
Neeraj Chopra: गोल्डन ब्वॉय के नाम से पहचाने जाने वाले नीरज चोपड़ा ने ओलंपिक्स 2024 जेवलिन थ्रो के फाइनल में पहुंच गए हैं. उन्होंने पहली ही कोशिश में ऐसा भाला फेंका कि पूरे क्वॉलिफाइंग राउंड में उनसे आगे नहीं फेंक पाया है. नीरज चोपड़ा ने पहली बार में 89.34 मीटर दूसर भाला फेंका. नीरज चोपड़ा के अलावा पाकिस्तान के अरशद नदीम ने भी पहली ही कोशिश में शानदार दूरी हासिल की. अरशद नदीम ने 86.59 मीटर की दूरी के साथ फाइनल में राउंड में जगह बना ली है.
8 अगस्त को नीरज का फाइनल:
ग्रुप बी में नीरज चोपड़ा ने 89.34 मीटर थ्रो किया और पेरिस ओलंपिक में जेवलिन थ्रो इवेंट में पहले स्थान पर रहे. ये दूरी किसी भी भारतीय द्वारा क्वॉलिफाइंग राउंड में सबसे ज्यादा है. अब 8 अगस्त को नीरज चोपड़ा फाइनल खेलने के लिए मैदान में उतरेंगे. उसके बाद ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स 88.63 मीटर के साथ दूसरे स्थान पर रहे. पाकिस्तान के अरशद नदीम ने 86.59 मीटर थ्रो किया और ग्रुप में तीसरे स्थान पर रहे.
ग्रुप A की क्या है हालत:
भाला फेंक प्रतियोगिता में, ग्रुप ए के 4 एथलीटों ने अगले चरण के लिए क्वालीफाई किया, जर्मनी के जूलियन वेबर ने 87.76 मीटर थ्रो किया और पहले स्थान पर रहे, केन्या के जूलियस येगो ने 85.97 मीटर थ्रो किया. ग्रुप ए में तीसरे स्थान पर रहे चेक गणराज्य के जैकब विडलिच ने 85.63 मीटर थ्रो किया, जबकि फिनलैंड के टोनी किरनन ने 85.27 मीटर थ्रो करके ग्रुप में चौथा स्थान हासिल किया.
अपने बेस्ट के बेहद करीब नीरज:
बता दें कि नीरज चोपड़ा का बेस्ट थ्रो 89.94 मीटर है और ओलंपिक 2024 के क्वॉलिफाइंग राउंड में ही वो अपने बस्ट थ्रो के करीब पहुंच गए हैं. साथ ही बाकी लोगों को बता दिया है कि क्यों वो डिफेंडिंग चैंपियन हैं. सोशल मीडिया पर नीरज चोपड़ा की लेकर बातें शुरू हो गई हैं और उम्मीद जाहिर की जा रही है कि नीरज चोपड़ा इस बार 90 के आंकड़े को पार करेंगे और भारत को फिर से मेडल जिताकर फख्र महसूस कराएंगे.