1,2,3 नहीं 7 पारियों में की एक ही गलती...विराट फिर ऑफ स्टंप की गेंद से की छेड़छाड़, फिर जो हुआ...
विराट कोहली ने सिडनी टेस्ट की पहली पारी में सिर्फ 17 रन बनाए. वो खुद को मिले मौके का फायदा नहीं उठा सके. विराट उसी गेंदबाज का शिकार बने, जिसकी गेंदों पर उन्हें जीवनदान भी मिला था.
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांचवां टेस्ट मैच सिडनी में खेला जा रहा है. टीम इंडिया के का स्कोर 90 रनों के करीब पहुंच गया है और चार खिलाड़ी आउट हो चुके हैं. भारत का टॉप ऑर्डर एक बार फिर फ्लॉप साबित हुआ है. यशस्वी, राहुल और गिल सस्ते में आउट हो गए. इतना ही नहीं विराट कोहली भी जल्दी पवेलियन लौट गए. विराट कोहली एक बार फिर ऑफ स्टंप की गेंद को छेड़छाड़ करते हुए आउट हुए हैं.
बता दें कि सिडनी टेस्ट में रोहित शर्मा ने बाहर बैठने का फैसला किया है. टीम इंडिया की कप्तानी जसप्रीत बुमराह कर रहे हैं. बुमराह ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया है. पहली पारी के दौरान कोहली ने बाउंस साथ आने वाली ऑप स्टंप की गेंद पर अपना विकेट गंवाया. यह सीरीज में पहला मौका नहीं था कि जब कोहली को ऑफ स्टंप की गेंद ने परेशान किया हो, बल्कि अब तक उन्होंने लगभग ऐसे ही अपना विकेट गंवाया है. इस बार बाउंस ने भी कोहली को परेशान किया. ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज स्कॉट बोलैंड ने कोहली का विकेट चटकाया.
बोलैंड ने करीब पांचवें या छठे स्टंप की लाइन पर गेंद फेंकी. गेंद में काफी ज्यादा बाउंस था, जिसे कोहली समझ नहीं पाए और उन्होंने एकदम से बल्ला लगा दिया. कोहली का स्लिप में कैच लपका गया. इस तरह कोहली एक बार फिर ऑफ स्टंप की गेंद पर पवेलियन लौटे. कोहली ने 69 गेंदों में बिना कोई बाउंड्री लगाए 17 रनों की पारी खेली.
पहली गेंद पर मिला जीवनदान
कोहली नंबर चार पर बैटिंग करने क्रीज पर आए थे और पहली ही गेंद पर कोहली को जीवनदान मिला था. पहली गेंद पर ही कोहली स्लिप में कैच होते-होते बचे. फील्डर ने कैच लप लिया था, लेकिन कैच लेते वक्त गेंद जमीन में लग गई थी, जिससे उन्हें पहली ही गेंद पर जीवनदान मिल गया था. इस जीवनदान के बाद फैंस उम्मीद लगा रहे थे कि किंग कोहली शानदार पारी खेलेंगे, लेकिन ऐसा हो नहीं सका.
पहली बार हुआ ऐसा
दरअसल, कोहली द्वारा खेली गई 69 गेंदें उनके टेस्ट करियर की सबसे लंबी पारी है जिसमें उन्होंने बिना बाउंड्री के बल्लेबाजी की है. इससे पहले उनके टेस्ट करियर में कभी भी ऐसा नहीं देखा गया था. कोहली अब तक 123 टेस्ट मैच खेल चुके हैं लेकिन इतने धीरे कभी भी नजर नहीं आए, जितना कि आज के मैच में उन्हें देखा गया.
इस बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में विराट कोहली ने अभी तक 8 पारियों में बैटिंग की है. इसमें उनके बल्ले से 184 रन निकले. इसमें 100 रन तो उन्होंने पर्थ टेस्ट की दूसरी पारी में ही बनाए थे. यानी इसके अलावा 7 पारियों में पूर्व भारतीय कप्तान ने सिर्फ 84 रन बनाए हैं. रोहित शर्मा के बाहर होने के बाद विराट पर भी दबाव काफी बढ़ गया है.