पेरिस में क्लब थ्रो एफ 51 में धर्मबीर ने दिलाया पांचवां सोना, प्रणव ने जीता रजत पदक
Paralympics 2024 : पेरिस पैरालंपिक भारत ने इतिहास रच दिया है. भारत के झोली में 20 मेडल हो गए हैं. धर्मबीर ने भारत को पेरिस पैरालंपिक में पांचवां स्वर्ण पदक दिलाया है. इससे पहले बुधवार को तीरंदाज हरविंदर सिंह ने स्वर्ण जीता पदक था. धरमबीर के स्वर्ण पदक के साथ भारत ने टोक्यो में हासिल किए गए अपने सर्वश्रेष्ठ पांच स्वर्ण पदकों की बराबरी भी कर ली.
Paralympics 2024: पेरिस पैरालंपिक में भारतीय दल का शानदार प्रदर्शन जारी है. बुधवार को पुरुषों की क्लब थ्रो एफ 51 स्पर्धा में धर्मबीर ने स्वर्ण पदक जीता. उन्होंने 34.92 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ पेरिस में तिरंगा लहराया. वहीं, उनके साथी प्रणव सूरमा ने 34.59 के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ रजत पदक अपने नाम किया.
भारत के अमित कुमार इस स्पर्धा में 10वें स्थान पर रहे. ये पहली बार है जब भारत ने पैरालंपिक में क्लब थ्रो इवेंट में पदक जीता है. सर्बिया के जेल्को दिमित्रिजेविक ने 34.18 के सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ कांस्य पदक जीता.
धरमबीर ने भारत को दिलाया पांचवां सोना
पेरिस पैरालंपिक में भारत के इन खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया है. फाइनल में धर्मबीर की शुरुआत अच्छी नहीं हुई, लगातार चार थ्रो उनके डिफोल्ट हो गए, लेकिन पांचवी बार उन्होंने शानदार वापसी करते हुए 34.92 का सर्वश्रेष्ठ थ्रो किया. इसके बाद छठे प्रयास में उन्होंने 31.59 का थ्रो किया है. धर्मबीर ने भारत को पैरिस पैरालंपिक में पांचवा स्वर्ण पदक दिलाया है. इससे पहले बुधवार को तीरंदाज हरविंदर सिंह ने स्वर्ण जीता पदक था. धरमबीर के स्वर्ण के साथ भारत ने टोक्यो में हासिल किए गए अपने सर्वश्रेष्ठ पांच स्वर्ण पदकों की बराबरी भी कर ली.
सूरमा ने जीता रजत
सूरमा ने खेल की शानदार शुरुआत की, उन्होंने शुरुआती दोनों थ्रो 34.59 और 34.19 के किए. हालांकि, तीसरा प्रयास में वह सफल नहीं हुए. भारतीय एथलीट का चौथा थ्रो 34.50 का रहा जबकि पांचवां थ्रो 33.90 का किया. वहीं, छठे प्रयास में उन्होंने 33.70 मीटर की दूरी तय की। प्रणव ने पेरिस पैरालंपिक में रजत पदक जीता.
अमित नहीं दिखा पाए कमाल
पुरुषों की क्लब थ्रो एफ 51 स्पर्धा के फाइनल में अमित कुमार कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाए। वह पहले प्रयास में विफल रहे जबकि दूसरा थ्रो 21.49 का रहा। तीसरा थ्रो उनका एक बार फिर अमान्य रहा जबकि चौथे प्रयास में उन्होंने 23.96 की दूरी तय की।=. पांचवां और छठा थ्रो भी अमान्य रहा.