16 साल की शीतल ने रचा इतिहास, तोड़ा वर्ल्ड रिकॉर्ड, गोल्ड पर सभी की निगाहें
Paris Paralympics 2024: पेरिस ओलंपिक होने के बाद अब बारी पैरिस पैरालंपिक की आ गई है. जिसमें अब पेरिस पैरालंपिक 2024 में भारत की शुरुआत हो रही है,यह भारत का अब तक का सबसे बड़ा दल होगा जिसमें 84 एथलीट शामिल हैं. भारत की तीरंदाज शीतल देवी ने पेरिस पैरालंपिक में 703 अंक हासिल कर नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया. हालांकि, उनका ये वर्ल्ड रिकॉर्ड बहुत देर तक नहीं रहा.
Paris Paralympics 2024: भारत की शीतल देवी ने पेरिस पैरालंपिक में इतिहास रच दिया है. शीतल ने आर्चरी के क्वालिफिकेशन राउंड में 703 अंक हासिल कर ना सिर्फ अपना सबसे अच्छा प्रदर्शन किया, बल्कि नया वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बना दिया. शीतल देवी ने पहले राउंड में 59, 59, 58, 56, 59, 57 का स्कोर किया, जबकि दूसरे हाफ में उन्होंने 60, 57, 60, 59, 60, 59 का स्कोर किया. अब उनकी नजरें और भारत के सभी लोगों की नजरें पैरालंपिक में गोल्ड जीतने पर हैं.
शीतल देवी बिना हाथों के तीरंदाजी करने वालीं 16 साल की शीतल देवी ने वुमंस इंडिविजुअल कंपाउंड आर्चरी के क्वालीफिकेशन में संभावित 720 में से 703 अंक हासिल किया. इसके साथ ही उन्होंने 698 अंक का पिछला विश्व रिकॉर्ड तोड़ दिया. हालांकि, उनका ये बनाया रिकॉर्ड बहुत देर तक नहीं रहा. तुर्की की क्यूरी गिर्डी ने एक अंक ज्यादा हासिल कर शीतल का वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया.
रविवार को शीतल का अगला मुकाबला
शीतल देवी ओवरऑल रैंकिंग राउंड में दूसरे स्थान पर रहीं हैं. उन्हें अगले राउंड में बाई मिली है और अब वो 31 अगस्त को रात करीब 9 बजे क्वार्टर फाइनल मैच खेलेंगी. जिसको देखने के लिए सभी इंतजार कर रहे हैं. इस इवेंट में भारत की सरिता भी हिस्सा ले रही हैं. उन्होंने क्वालीफिकेशन राउंड में 682 का स्कोर किया. सरिता 9वें स्थान पर रहीं. सरिता शुक्रवार को प्री-क्वार्टर फाइनल में पहुंचने के लिए मुकाबला खेलेंगी.
8 बैडमिंटन खिलाड़ी जीते
कई भारतीय खिलाड़ी गुरुवार को अच्छा प्रदर्शन करते हुए मेडल राउंड में आगे बढ़ गए हैं. बैडमिंटन में 8 भारतीय खिलाड़ियों ने जीत दर्ज की. भारतीय पैरा शटलर सुहास यथिराज (एसएल4), सुकांत कदम (एसएल4), तरुण (एसएल4), नितेश कुमार ( एसएल 3), पलक कोहली (एसएल 4), तुलसीमति मुरूगेसन (एसयू 5), मनीषा रामदास (एसयू 5) और नित्या श्री सुमति सिवान (एसएच 6) ने पहले दौर के मैच जीत लिए हैं. बता दें कि एसएल4 में वो खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं जिनके निचले अंग में कमजोरी होती है और जिन्हें चलने या दौड़ने में संतुलन की मामूली समस्या होती है. एसएल 3 खिलाड़ियों के शरीर के एक हिस्से में विकृति होती है. एसयू 5 खिलाड़ियों के शरीर के ऊपरी हिस्से में विकृति होती है. एसएच 6 वर्ग बौने खिलाड़ियों के लिए है.
आज खुल सकता है खाता
भारत के कम से कम पांच खिलाड़ी पैरालंपिक गेम्स में शुक्रवार को मेडल इवेंट में उतरेंगे. अगर भारतीय खिलाड़ी उम्मीद के अनुरूप प्रदर्शन करते हैं, तो शुक्रवार को मेडल टैली में भारत का खाता खुल जाएगा.