भारत के गोल्ड मेडलिस्ट को BFW ने क्यों किया सस्पेंड? पैरालंपिक 2024 में नहीं ले पाएगा भाग
Paralympics 2024: बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन (BWF) ने घोषणा की है कि भारत को टोक्यो पैरालंपिक में स्वर्ण पदक दिलाने वाले बैडमिंटन खिलाड़ी प्रमोद भगत को डोपिंग संबंधी नियमों के उल्लंघन के कारण 18 महीने के लिए निलंबित कर दिया गया है. वह पेरिस पैरालंपिक खेलों में हिस्सा नहीं लेंगे. 12 महीनों के भीतर तीन बार ठिकाने की जनाकारी न देने के लिए बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन के डोपिंग रोधी नियमों का उल्लंघन करते हुए पाया.
Paralympics 2024: पैरालंपिक की शुरूआत होने वाली है. ऐसे में भारत को बड़ा झटका लगा है. दरअसल पैरा-बैडमिंटन खिलाड़ी प्रमोद भगत को बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन (BWF) के डोपिंग रोधी नियमों के उल्लंघन का दोषी पाया गया है. जिसके बाद उन्हें 18 महीने के लिए निलंबित कर दिया गया है. इस वजह से वह अब पेरिस पैराओलंपिक में भाग नहीं ले पाएंगे.
बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन ने मंगलवार 13 अगस्त को इस बात की जानकारी दी है. बता दें कि 1 मार्च को कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन ऑफ स्पोर्ट के एंटी-डोपिंग डिवीजन ने बैडमिंटन खिलाड़ी को 12 महीनों के भीतर तीन बार ठिकाने की जनाकारी न देने के लिए बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन के डोपिंग रोधी नियमों का उल्लंघन करते हुए पाया.
UPDATE: Indian #Parabadminton #Tokyo2020 gold medallist Pramod Bhagat suspended for 18 months for breaching BWF anti-doping regulations with three whereabouts failures within 12 months. #Paris2024 #Paralympicshttps://t.co/YLdD7BWI5N
— BWF (@bwfmedia) August 13, 2024
बीडब्ल्यूएफ ने बताई वजह
बीडब्ल्यूएफ ने अपने बयान में कहा कि टोक्यो 2020 पैरालंपिक चैंपियन प्रमोद भगत को 18 महीने के लिए निलंबित कर दिया गया है और वह पेरिस 2024 पैरालंपिक खेलों में भी हिस्सा नहीं लेंगे. कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (CAS) ने भगत को 12 महीनों के भीतर तीन बार पता न बता पाने का दोषी पाया गया है.
कैसा है भगत का प्रदर्शन
बात करें भगत के प्रदर्शन की तो उन्होंने थाईलैंड के पटाया में 2024 पैरा बैडमिंटन विश्व चैंपियनशिप में इंग्लैंड के डेनियल बेथेल को कड़े मुकाबले में हराकर अपने पुरुष एकल SL3 खिताब का बचाव किया था. साथ ही 35 वर्षीय भगत ने एक घंटे 40 मिनट तक चले मुकाबले में अपने प्रतिद्वंद्वी को 14-21, 21-15, 21-15 से हराया. भगत के लिए यह चौथा एकल विश्व खिताब था. इससे पहले उन्होंने 2015, 2019 और 2022 में तीन बार यही पदक जीता है. उन्होंने 2013 के संस्करण में वैश्विक चैंपियनशिप में पुरुष युगल स्वर्ण भी जीता है.