ऐसे कैसे काम चलेगा आंकड़े उठा रहे रोहित-विराट पर सवाल

Cricket News: भारतीय टीम के दो प्रमुख खिलाड़ियों की फॉर्म और उनके खेलने की रणनीति पर अब सवाल उठने लगे हैं. क्या रोहित और कोहली घरेलू क्रिकेट के माध्यम से अपनी फॉर्म में लौट सकते हैं, या टीम मैनेजमेंट उनके लिए विशेष नियम बनाकर एक अनुचित मिसाल कायम कर रहा है

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Cricket News: आंकड़े स्पष्ट हैं कि कप्तान रोहित शर्मा ने 10 पारियों में केवल 133 रन बनाए, जबकि पूर्व कप्तान विराट कोहली ने उतनी ही पारियों में 192 रन बनाए. दोनों ने पांच घरेलू टेस्ट में केवल दो अर्धशतक बनाए. हालांकि भारत ने बांग्लादेश के खिलाफ दो टेस्ट की श्रृंखला में जीत दर्ज की लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ उन्हें 0-3 की शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा, जिससे टीम की कमजोरियां उजागर हो गईं.

कई लोगों को उम्मीद नहीं थी कि भारत को घरेलू टेस्ट श्रृंखला में हार का सामना करना पड़ेगा. वह भी न्यूजीलैंड जैसी टीम से, जो विदेशी पिचों पर संघर्ष करती रही है. न्यूजीलैंड ने टॉम लैथम की अगुवाई में उम्मीदों से बढ़कर प्रदर्शन किया, हर क्षेत्र में भारत को मात दी.

कप्तानी में गलतियां

रोहित शर्मा ने मैच के बाद स्वीकार किया कि वे न तो बल्ले से और न ही कप्तानी में अपने सर्वश्रेष्ठ पर थे. उन्होंने राजनीतिक गलतियों को भी स्वीकारा, जिनकी वजह से टीम को एकतरफा हार का सामना करना पड़ा. भारत की नई नेतृत्व टीम, जिसमें रोहित और गौतम गंभीर शामिल हैं, उनके राजनीतिक निर्णयों पर भी सवाल उठे हैं.

क्या कोहली प्रयास कर रहे हैं?

विराट कोहली ने 2024 में छह टेस्ट खेले, लेकिन 22.72 की औसत से केवल 250 रन बनाए, जो उनके करियर औसत से काफी कम है। 2020 से स्पिन गेंदबाजी के खिलाफ उनकी कमजोरियां स्पष्ट हो गई हैं, विशेषकर बाएं हाथ के स्पिनरों के खिलाफ। इसके बावजूद कोहली घरेलू क्रिकेट खेलने से हिचकिचा रहे हैं और पिछले बार रणजी ट्रॉफी में 2012 में खेले थे।

रोहित शर्मा में क्या कमी?

रोहित शर्मा की हालिया फॉर्म भी चिंताजनक है. उन्होंने नए गेंदबाजों के खिलाफ टी20 की शैली अपनाई, लेकिन यह टेस्ट में कारगर नहीं रहा. उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन टेस्ट में मात्र 91 रन बनाए. मुंबई टेस्ट में एक महत्वपूर्ण अवसर पर उनका जोखिम भरा शॉट टीम के पतन का कारण बना, जब शीर्ष क्रम 29 रन पर 5 विकेट खोकर पवेलियन लौट गया.

क्या घरेलू क्रिकेट का अनुभव

अगर चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे जैसे अनुभवी खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट में वापस जाने का निर्देश दिया जा सकता है, तो रोहित और कोहली के लिए अलग मापदंड क्यों? चयनकर्ताओं द्वारा घरेलू क्रिकेट की अहमियत पर जोर दिया जा रहा है, तो क्या रोहित और कोहली को ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले कुछ घरेलू मैच खेलने के लिए प्रेरित किया जाएगा?

First Updated : Monday, 04 November 2024