Sachin Tendulkar: WTC फाइनल में मिली हार के बाद भारतीय टीम के इस फैसले पर सचिन ने उठाया सवाल, बोले- "मेरी समझ से परे है..."
सचिन तेंदुलकर ने ट्वीट करते हुए कहा कि रविचंद्रन अश्विन को प्लेइंग इलेवन में शामिल ना करना मेरी समझ के परे है। विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में कंगारू टीम ने भारत को 209 रन से करारी शिकस्त दी।
WTC Final 2023 Ind vs Aus: विश्व टेस्ट चैंपियनशिप खिताबी मुकाबले में भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। इस मुकाबले में भारतीय टीम को 209 रनों से शिकस्त झेलनी पड़ी। भारतीय टीम ने रविचंद्रन अश्विन को प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया था। पूर्व भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने अब भारतीय टीम के इस फैसले पर सवाल उठाया है।
सचिन तेंदुलकर ने ट्वीट करते हुए कहा कि रविचंद्रन अश्विन को प्लेइंग इलेवन में शामिल ना करना मेरी समझ के परे है। विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में कंगारू टीम ने भारत को 209 रन से करारी शिकस्त दी। भारतीय टीम के प्रमुख कोच राहुल द्रविड ने टीम में रविचंद्रन अश्विन को शामिल नहीं करने वाले फैसले का बचाव करते हुए कहा कि, उन्हें चौथा तेज गेंदबाज चुनने के लिए बारिश की स्थिति ने मजबूर किया।
सचिन तेंदुलकर ने रविवार को ट्वीट किया, "भारत को मुकाबले में बने रहने के लिए पहली पारी में एक बड़ा स्कोर खड़ा करना था, लेकिन वे ऐसा करने में नाकाम रहे, भारतीय टीम के लिए कुछ अच्छे पल थे, लेकिन मैं रविचंद्रन अश्विन को अंतिम एकादश में शामिल नहीं करने के फैसले को पचा नहीं पा रहा हूं। वह इस समय विश्व का नंबर एक टेस्ट गेंदबाज है।"
Congratulations to Team Australia on winning the #WTCFinal. @stevesmith49 and @travishead34 set a solid foundation on Day one itself to tilt the game in their favour. India had to bat big in the first innings to stay in the game, but they couldn’t. There were some good moments…
— Sachin Tendulkar (@sachin_rt) June 11, 2023
सचिन तेंदुलकर को इस तर्क से आश्चर्य हुआ कि रविचंद्रन अश्विन जैसी क्षमता वाले गेंदबाज को तेज गेंदबाजों के अनुकूल परिस्थितियों में इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है, वो भी तब जब इस कंगारू टीम में बाएं हाथ के कई बल्लेबाज मौजूद है। सचिन ने कहा कि, "मैंने इस मुकाबले से पहले ही कहा था कि कुशल स्पिनर हमेशा पिच से मिलने वाली मदद के भरोसे नहीं रहता है। वे पिच की उछाल, हवा और अपनी विविधताओं का उपयोग करता है। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि ऑस्ट्रेलिया टीम के पास शीर्ष आठ में से पांच बल्लेबाज बाएं हाथ के थे।"