इस दिग्गज ने BCCI पर उठाए सवाल, क्या युवा खिलाड़ियों को बनाया जा रहा निशाना?
दिग्वेश राठी का सिग्नेचर स्टाइल लगातार चर्चा में बना हुआ है. इसी कारण उन्हें दो बार जुर्माना भी भरना पड़ा. अब इस मामले पर साइमन डूल ने बीसीसीआई से सवाल उठाए हैं.

लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) के युवा स्पिनर दिग्वेश राठी इस समय IPL 2025 में अपनी शानदार गेंदबाजी के साथ-साथ अपने अनोखे सेलिब्रेशन स्टाइल के लिए भी चर्चा में हैं. हालांकि, उनका यह सेलिब्रेशन उन्हें भारी जुर्माने का शिकार बना रहा है. बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड) ने राठी पर दो बार जुर्माना लगाया है, जिसकी कुल रकम 5,62,500 रुपये तक पहुंच चुकी है. इस फैसले पर क्रिकेट जगत में विवाद खड़ा हो गया है. न्यूजीलैंड के पूर्व क्रिकेटर और Jio Hotstar के आईपीएल एक्सपर्ट साइमन डूल ने बीसीसीआई के इस फैसले पर कड़ी आपत्ति जताई है.
साइमन डूल को पसंद नहीं आया जुर्माना
साइमन डूल ने बीसीसीआई के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि टीम को जुर्माना भरना पड़ रहा है, लेकिन मुझे यह पसंद नहीं आया. मुझे उनकी सेलिब्रेशन बहुत अच्छी लगी, मुझे नहीं लगता कि उन्होंने कुछ गलत किया. मैंने सीनियर भारतीय खिलाड़ियों को इससे भी ज्यादा आक्रामक सेलिब्रेशन करते देखा है, लेकिन उन पर कोई जुर्माना नहीं लगा. ऐसा लगता है कि बीसीसीआई एक युवा खिलाड़ी को उदाहरण बनाने की कोशिश कर रहा है. क्या वह सिर्फ अपनी नोटबुक में कुछ लिख रहा था? डूल ने यह भी कहा कि उन्होंने लंबे समय तक आईपीएल में कमेंट्री की है और इस मुद्दे पर अपनी बात रखी है.
राठी और आर्या अच्छे दोस्त
दिग्वेश राठी ने पहली बार अपना अनोखा सेलिब्रेशन पंजाब किंग्स के बल्लेबाज प्रियांश आर्या को आउट करने के बाद किया था. बाद में यह जानकारी सामने आई कि राठी और आर्या अच्छे दोस्त हैं और उनका सेलिब्रेशन दोस्ताना मस्ती का हिस्सा था. हालांकि, बीसीसीआई ने इसे अनुचित मानते हुए राठी पर मैच फीस का 25% जुर्माना और 1 डिमेरिट पॉइंट भी लगा दिया. इसके बाद, मुंबई इंडियंस के नमन धीर को आउट करने पर राठी ने वही 'नोटबुक सेलिब्रेशन' दोहराया, जिसके चलते उन्हें 50% मैच फीस और 2 डिमेरिट पॉइंट्स का सामना करना पड़ा. यह उनका दूसरा लेवल 1 ब्रीच था.
जुर्माने से सीखते हुए राठी ने कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के खिलाफ मैच में अपना सेलिब्रेशन बदल दिया. इस बार उन्होंने किसी खिलाड़ी की ओर इशारा करने की बजाय, जमीन पर ही अपना सिग्नेचर सेलिब्रेशन किया, ताकि नियमों का पालन करते हुए भी अपनी पहचान बनाए रख सकें.
दिग्वेश राठी का मामला यह सवाल उठाता है कि क्या क्रिकेट में खिलाड़ियों की व्यक्तिगत भावनाओं और उनकी विशिष्ट पहचान को दबाया जा रहा है? जहां विराट कोहली, हार्दिक पंड्या जैसे स्टार्स अपने आक्रामक सेलिब्रेशन के लिए प्रसिद्ध हैं, वहीं एक युवा खिलाड़ी पर जुर्माना लगाना क्या सही है?


