Sourav Ganguly को मिली 'Z' कैटेगरी स‍िक्‍योर‍िटी

भारतीय टीम के पूर्व कप्‍तान और बीसीसीआई अध्यक्ष रहे सौरव गांगुली की सुरक्षा बढ़ाने का एलान किया है. दादा को पहले ही y कैटेगरी वाली स‍िक्‍योर‍िटी मिली थी. लेकिन अब सौरव गांगुली की सुरक्षा में इजाफा किया गया है और उनकी सुरक्षा अब 'Y' से बढ़ाकर 'Z' कैटेगरी कर दी है

टीम इंडिया के कप्तान रह चुके सौरव गांगूली की सुरक्षा में बड़ा बदलाव किया गया है. ममता सरकार ने उनकी सुरक्षा बढ़ाकर 'Z' कैटेगरी कर दी है. रिपोर्ट्स के मुताबिक सौरव गांगुली ने सुरक्षा व्‍यवस्‍था बढ़ने को नहीं कहा था. बल्कि बंगाल सरकार ने स्‍वयं संज्ञान लेते हुए उनकी सुरक्षा बढ़ाने का फैसला लिया है. अब तक ये साफ नहीं है कि बंगाल सरकार ने दादा की सुरक्षा में इजाफा क्यों किया है. कहीं उनकी सुरक्षा को कोई खतरा तो नहीं है. रिपोर्टस् की मानें तो सौरव गांगुली के कोलकाता के बेहला इलाके में स्थित घर का ठाकुरपुकुर थाने की स्पेशल ब्रांच के अधिकारियों ने मुआयना किया है. अब से सौरव के घर पर हर समय दो विशेष सुरक्षा अधिकारी तैनात रहेंगे. 

आइए अब आपको बताते हैं भारत में किस तरह की सुरक्षा कैटेगरी है और वो किस आधार पर दी जाती है. भारत में मुख्य रूप से 4 प्रकार की सुरक्षा श्रेणियाँ हैं: X, Y, Z और Z Plus इसके अलावा SPG सुरक्षा भी है जो केवल प्रधानमंत्री और उसके परिवार के लिये होती है, जबकि अन्य सुरक्षा श्रेणियों के तहत जिस व्यक्ति को खतरे की आशंका के संबंध में केंद्र या राज्य सरकारों के पास खतरे से जुड़ी कोई जानकारी हो. अब आपको बताते हैं कि इन कैटेगरी के तहत व्यक्ति को क्या क्या मिलता है.

X सुरक्षा श्रेणी

X सुरक्षा श्रेणी में व्यक्ति की सुरक्षा के लिये 2 सुरक्षाकर्मी शामिल होते हैं, जिसमें कोई भी कमांडो शामिल नहीं होता

Y सुरक्षा श्रेणी

Y सुरक्षा श्रेणी में व्यक्ति की सुरक्षा के लिये 11 सुरक्षाकर्मी शामिल होते हैं, जिसमें 2 कमांडो भी होते हैं

Y प्लस श्रेणी 

इसमें 11 सुरक्षाकर्मी मिले होते हैं. इनमें 1 या 2 कमांडो और 2 पीएसओ भी शामिल होते है. इस सुरक्षा के तहत कपिल मिश्रा को 24 घंटे दिल्ली पुलिस का एक सिपाही बतौर निजी सुरक्षा अधिकारी के तौर पर मिला है.

Z सुरक्षा श्रेणी

Z सुरक्षा श्रेणी में लगभग 4 से 5 राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड यानी की NSG के कमांडो सहित 22 सुरक्षाकर्मी शामिल होते हैं. इसमें दिल्ली पुलिस सहित CRPF के कमांडो व स्थानीय पुलिसकर्मी शामिल होते हैं.


Z Plus सुरक्षा श्रेणी

Z Plus  सुरक्षा श्रेणी में 55 सुरक्षाकर्मी शामिल होते हैं, जिसमें से 10 से अधिक NSG कमांडो होते हैं और CRPF के कमांडो व स्थानीय पुलिसकर्मी भी शामिल होते हैं.

अब आपको SPG सुरक्षा के बारे में बताते हैं. यह सुरक्षा का सबसे ऊंचा स्तर है, जो केवल देश के प्रधानमंत्री , पूर्व प्रधानमंत्री और उनके परिवार को मिलती है. इसकी शुरुआत इंदिरा गांधी की हत्या के बाद 1985 में की गई थी.

वर्तमान में इस दल में लगभग 3000 सिपाही शामिल हैं जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को सुरक्षा प्रदान करते हैं

SPG को शारीरिक दक्षता और सुरक्षा रणनीति में उच्च स्तरीय प्रशिक्षण प्राप्त होता है. निर्धारित व्यक्ति की सुरक्षा के लिये इन्हें केंद्र व राज्य के अन्य सुरक्षा विभागों द्वारा भी सहायता प्रदान की जाती है

प्रधानमंत्री की सुरक्षा में तैनात SPG कमांडो काले रंग के चश्मे के साथ पश्चिमी शैली का औपचारिक सूट पहनते हैं और हमेशा अपने साथ एक हैंडगन भी रखते हैं. ये विशेष अवसरों पर सफारी सूट भी पहनते हैं

SPG में विशेष ऑपरेशन कमांडो भी होते हैं, जिनके पास अल्ट्रा-मॉडर्न असॉल्ट राइफल्स के साथ ही इनबिल्ट कम्युनिकेशन ईयरपीस होते हैं इसके अलावा ये विशेष प्रकार के चश्मे पहनते हैं.

अब आपको बता दें कि ये सुरक्षा किसे दी जाती है..

देश के सम्मानित लोगों और पॉलिटिशियंस को जान का खतरा होने पर उन्हें, इनमें से कोई एक सिक्युरिटी दी जाती है. ये सुरक्षा मिनिस्टर्स को मिलने वाली सिक्युरिटी से अलग होती है. इसके लिए पहले सरकार को एप्लीकेशन देनी होती है, जिसके बाद सरकार खुफिया एजेंसियों के जरिए होने वाले खतरे का अंदाजा लगाती हैं. खतरे की बात कंफर्म होने पर सुरक्षा दी जाती है. होम सेक्रेटरी, डायरेक्टर जनरल और चीफ सेक्रेटरी की कमेटी ये तय करती है कि संबंधित लोगों को किस कैटेगरी में सिक्युरिटी दी जाए.

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