World Cup 2023: विश्व कप डेब्यू में ट्रेविस हेड ने किया कमाल, ऑस्ट्रेलिया के लिए वनडे में लगाया चौथा सबसे तेज शतक
AUS vs NZ: विश्व कप का 27वां मुकाबला ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच खेला जा रहा है. इस मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज ट्रेविस हेड ने विश्व कप में अपना डेब्यू किया.
World Cup 2023 AUS vs NZ: विश्व कप का 27वां मुकाबला ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच खेला जा रहा है. दोनों टीमें धर्मशाला के हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में आमने-सामने हैं. इस मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज ट्रेविस हेड ने विश्व कप में अपना डेब्यू किया. हेड ने टूर्नामेंट के अपने पहले ही मुकाबले में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए शानदार शतक लगाया है.
ट्रेविस हेड ने महज 59 गेंद का सामना करते हुए अपना शतक पूरा किया. अपनी इस ताबड़तोड़ पारी के दम पर हेड ने एक खास फेहरिस्त में अपनी जगह बना ली है. अब हेड वनडे फॉर्मेट में ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे तेज शतक लगाने वाले चौथे खिलाड़ी बन गए हैं.
Travis Head celebrating a century on CWC debut 💯🙌#CWC23 | #AUSvNZ pic.twitter.com/pjzgik7HGr
— ICC (@ICC) October 28, 2023
बता दें कि इस फेहरिस्त में पहले नंबर पर ग्लेन मैक्सवेल का नाम दर्ज है. मैक्सवेल ने इसी विश्व कप में नीदरलैंड्स के खिलाफ खेले गए मुकाबले में 40 गेंदों में शतक लगाकर अपने ही पुराने रिकॉर्ड को ध्वस्त किया था. इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के लिए वनडे क्रिकेट सबसे तेज शतक लगाने का रिकॉर्ड मैक्सवेल के ही नाम पर दर्ज था. विश्व कप 2015 में मैक्सवेल ने श्रीलंका के खिलाफ 51 गेंद पर शतक लगाया था.
वहीं ग्लेन मैक्सवेल के बाद यहां ऑस्ट्रेलिया के स्टार ऑलराउंडर जेम्स फॉकनर का नाम आता है. फॉकनर ने साल 2013 में भारत टीम के खिलाफ खेले गए एकदिवसीय मुकाबले में 57 गेंद पर शतक पूरा किया था. वहीं अब इस फेहरिस्त में चौथे नंबर पर ट्रेविस हेड ने अपनी जगह बना ली है.
ट्रेविस हेड के आने से और मजबूत हुई ऑस्ट्रेलिया -
बता दें कि ट्रेविस हेड सितंबर महीने में चोटिल हो गए थे. इसी वजह से वह पिछले एक महीने से टीम से बाहर थे. हाल ही में हेड टीम में शामिल हुए हैं. ऑस्ट्रेलिया विश्व कप के अपने शुरुआती पांच मुकाबलों में थोड़ी कमजोर नजर आ रही थी.
यही वजह भी रही कि ऑस्ट्रेलिया की सलामी जोड़ी के नहीं चल पाने के चलते टीम को शुरुआती दोनों मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा था. वहीं अब ट्रेविस के वापस आने के बाद कंगारू टीम के लिए सलामी जोड़ी की समस्या का समाधान मिल गया है, साथ ही टीम अब बेहद मजबूत नजर आ रही है.