VIDEO: श्रीजेश के करियर का शानदार अंत, जाते- जाते कर गए भावुक
PR Sreejesh Retirement: भारतीय हॉकी टीम के दिग्गज गोलकीपर पीआर श्रीजेश ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतने के साथ ही हॉकी को अलविदा कह दिया. टीम ने आज यानी वीरवार को स्पेन को 2-1 से हराया जिसमें श्रीजेश ने अपनी अहम भूमिका अदा की. उनके शानदार गोलकीपिंग की बदौलत भारतीय हॉकी टीम लगातार 2 ओलपिंक में 2 मेडल जीतने में अपना अहम योगदान दिया है.
PR Sreejesh Retirement: पेरिस ओलंपिक में हर एथलीट सबसे शानदार प्रदर्शन कर मेडल जीतने की कवायद में लगा हुआ है. इस बीच कई खिलाड़ियों ने अपने बेहतर प्रदर्शन की बदौलत मेडल जीतने में कामयाब भी रहे. जिसमें भारत के खिलाड़ी भी शामिल है. इस बीच भारतीय हॉकी टीम के दिग्गज गोलकीपर पीआर श्रीजेश ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतने के साथ ही हॉकी को अलविदा कह दिया. भारतीय हॉकी टीम ने आज यानी वीरवार को स्पेन को 2-1 से हराया जिसमें श्रीजेश ने अपनी अहम भूमिका अदा की.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, श्रीजेश के शानदार गोलकीपिंग की बदौलत भारतीय हॉकी टीम लगातार 2 ओलपिंक में 2 मेडल जीतने में अपना अहम योगदान दिया है. इससे पहले टोक्यो ओलंपिक में श्रीजेश के शानदार प्रदर्शन के दम पर भारत ने जर्मनी को हराकर ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था. तब भारतीय हॉकी टीम 1980 के बाद पहला ओलंपिक मेडल जीतने में सफल रही थी.
1972 के बाद भारत के खाते में 2 ब्रॉन्ज
1972 के बाद पहली बार है जब भारतीय हॉकी टीम ने ओलंपिक में लगातार 2 ब्रॉन्ज हासिल किए हैं. इससे पहले 1968 और 1972 ओलंपिक में ऐसा कारनामा हुआ था. वहीं हॉकी में ब्रॉन्ज मेडल आने के बाद अब भारत के नाम पेरिस ओंलपिक 2024 में 4 मेडल हो गए हैं. इससे पहले भारत को शूटिंग में 3 ब्रॉन्ज मिले थे.
Had me in tears
— Unknown Vyakti (@anjaanmanushya) August 8, 2024
Forever we are gonna remember you Sreejesh
You have registered yourself as one of the legend of Indian and Worlds hockey history
Bow down🙇♂️ pic.twitter.com/YcjKLj88Hq
कैसा रहा श्री जेश करियर?
केरल के एर्नाकुलम में जन्में पीआर श्रीजेश ने 2006 साउथ एशियन गेम्स में भारत के लिए डेब्यू किया था और तब से ही वह भारतीय गोल पोस्ट की मजबूत दीवार के रूप में टीम का हिस्सा थे. श्रीजेश ने अपने पूरे करियर में 300 से ज्यादा इंटरनेशनल मैच खेले और 2 बार एशियन गेम्स का गोल्ड मेडल भारतीय टीम को दिलाने में अपनी अहम भूमिका अदा की. श्रीजेश ने भारत के लिए 4 ओलंपिक गेम्स (लंदन 2012, रियो 2016, टोक्यो 2020 और पेरिस 2024) खेले जिसमें 2 बार ब्रॉन्ज अपने नाम किया.
इसके अलावा लगातार 2 साल FIH बेस्ट गोलकीपर ऑफ द ईयर रहे श्रीजेश को 2021 में मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था. इसके अलावा उन्होंने 3 बार भारत का बेस्ट गोलकीपर ऑफ द ईयर का अवॉर्ड भी हासिल किया. पद्मश्री और अर्जुन अवॉर्डी श्रीजेश के संन्यास के बाद भारतीय हॉकी टीम को एक शानदार गोलकीपर की कमी कई सालों महसूस होगी क्योंकि इस दिग्गज गोलकीपर के स्तर की बराबरी करना किसी भी अन्य खिलाड़ी के लिए आसान बात नहीं हैं.
श्रीजेश की उपलब्धियां
इस बीच अगर हम श्रीजेश की उपलब्धियां पर नजर डालें तो एफआईएच बेस्ट गोलकीपर ऑफ द ईयर: 2020-21, एफआईएच बेस्ट गोलकीपर ऑफ द ईयर: 2021-22
हॉकी इंडिया बलजीत सिंह अवार्ड फॉर गोलकीपर ऑफ द ईयर: 2014, 2021 और 2023, मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवार्ड: 2021. इसके अलावा पद्म श्री अवार्ड: 2017, अर्जुन अवार्ड: 2015, हॉकी इंडिया बलबीर सिंह सीनियर अवार्ड फॉर प्लेयर ऑफ द ईयर (पुरुष): 2015
भारतीय मेन्स हॉकी टीम को कुल13 मेडल मिले
भारतीय पुरुष हॉकी टीम को अब तक ओलंपिक गेम्स में 13 मेडल मिल चुके हैं. 8 गोल्ड, 1 सिल्वर और 4 ब्रॉन्ज
गोल्ड: 8 (1928, 1932, 1936, 1948, 1952, 1956, 1964 और 1980 में)
सिल्वर: 1 (1960 में)
ब्रॉन्ज: 4 (1968, 1972, 2020, पेरिस2024 में)