विनेश फोगाट की उम्मीदों को झटका: सिल्वर मेडल की अपील खारिज
Vinesh Phogat: भारतीय पहलवान विनेश फोगाट की पेरिस ओलंपिक में अयोग्यता के खिलाफ याचिका खारिज कर दी गई है. इससे भारत की सिल्वर मेडल की आखिरी उम्मीद भी खत्म हो गई है। विनेश ने अपने पिछले तीन बाउट्स जीते थे, लेकिन फाइनल से ठीक पहले उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया, क्योंकि उनका वजन निर्धारित सीमा से 100 ग्राम अधिक था. खेल पंचाट (CAS) ने उनकी अपील पर 16 अगस्त को फैसला सुनाया, जिसमें याचिका खारिज कर दी गई.
Vinesh Phogat: भारतीय पहलवान विनेश फोगाट को लेकर एक दुखद खबर सामने आई है. पेरिस ओलंपिक में अयोग्य ठहराए जाने के खिलाफ विनेश फोगाट की याचिका को खारिज कर दिया गया है. इसका मतलब है कि भारत की सिल्वर मेडल की आखिरी उम्मीद भी टूट गई है. पहले खेल पंचाट (CAS) द्वारा विनेश की अपील पर 12 अगस्त को फैसला सुनाया जाना था, लेकिन इसे 16 अगस्त तक के लिए टाल दिया गया था.
अब खबर आई है कि विनेश की याचिका को खारिज कर दिया गया है. पिछले हफ्ते, अपने लगातार तीन बाउट जीतने के बावजूद, विनेश फोगाट को महिलाओं की 50 किग्रा फ्रीस्टाइल स्पर्धा के फाइनल से ठीक पहले अमेरिका की सारा हिल्डेब्रांट के खिलाफ खिताबी मुकाबले से बाहर कर दिया गया था क्योंकि सुबह वजन करते समय उनका वजन निर्धारित सीमा से 100 ग्राम अधिक पाया गया था.
The Indian Olympic Association (IOA) President Dr PT Usha has expressed her shock and disappointment at the decision of the Sole Arbitrator at the Court of Arbitration for Sport (CAS) to dismiss wrestler Vinesh Phogat’s application against the United World Wrestling (UWW) and the… pic.twitter.com/8OWDh3UT8O
— ANI (@ANI) August 14, 2024
IOA अध्यक्ष पीटी ऊषा ने जाहिर की हैरानी
इस संबंध में भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी ऊषा ने भी इस फैसले पर हैरानी जाहिर की है. विनेश ने 7 अगस्त को सिल्वर मेडल दिए जाने की अपील की थी और CAS ने इस मांग को स्वीकार भी कर लिया था. इस मामले की सुनवाई 9 अगस्त को हुई, जिसमें विनेश का चार वकीलों ने प्रतिनिधित्व किया और साथ ही भारत के टॉप वकील हरीश साल्वे और विदुष्पत सिंघानिया को भी मदद के लिए भेजा गया था.
वहीं यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (यूडब्लूडब्लू ) पहले ही साफ कर चुका था कि वह विनेश फोगाट या किसी भी एथलीट के लिए नियमों की अनदेखी करने के पक्ष में नहीं है. वहीं अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति के अध्यक्ष थॉमस बाक ने भी इस संबंध में यही बयान जारी किया था.
क्या है पूरा मामला
विनेश पेरिस ओलंपिक्स 2024 में 50 किलोग्राम वर्ग में लड़ रही थीं. उन्होंने दमदार प्रदर्शन के साथ सिल्वर मेडल पक्का कर लिया था. लेकिन गोल्ड मेडल के मैच से पहले ही डिसक्वालीफाई कर दिया गया. विनेश का वजन महज 100 ग्राम ज्यादा था. उन्होंन अपना वजन कम करने के लिए रात भर मेहनत की थी. यहां तक कि बाल भी कटवाए. लेकिन फिर भी 100 ग्राम वजन ज्यादा रह ही गया.
वहीं दूसरी और इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन (IOA) की अध्यक्ष पीटी उषा ने विनेश फोगाट के बढ़े हुए वजन पर कहा था कि कुश्ती, वेटलिफ्टिंग, बॉक्सिंग और जूडो जैसे खेलों में वजन का मैनेजमेंट करना खिलाड़ी और कोच की जिम्मेदारी होती है. इन खेलों में एथलीटों के वजन मैनेजमेंट की जिम्मेदारी प्रत्येक एथलीट और उसके कोच की है.
डिसक्वालीफिकेशन के बाद ले लिया संन्यास
विनेश फोगाट ने फाइनल मुकाबले से पूर्व अयोग्य घोषित होने के बाद 8 अगस्त के दिन कुश्ती से संन्यास का ले लिया था. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर निराशा व्यक्त करते हुए लिखा, 'मां, कुश्ती मुझसे जीत गई, मैं हार गई. मुझे माफ करना, आज आपका सपना और मेरा साहस टूट गया है. मेरे अंदर अब ज्यादा हिम्मत नहीं बची है.
कुश्ती को मेरा सलाम, मेरा करियर 2001-2024 तक ही था." पूरा भारतवर्ष इस उम्मीद में था कि विनेश को सिल्वर मेडल मिलेगा, लेकिन अपील खारिज होने से देश भर की उम्मीदों को बहुत बड़ा झटका लगा है.'