मेलबर्न में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (BGT 2024-25) का चौथा टेस्ट मैच खेला जा रहा है. इस मुकाबले में ऑस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान पैट कमिंस ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला किया. बताते चलें के दोनों टीमें सीरीज में बराबरी पर चल रही हैं. 

कोहली और कोंस्टास के बीच हुई झड़प

मुकाबले के पहले सेशन में ही बवाल देखने को मिला,जब टेस्ट डेब्यू करने वाले सैम कोंस्टास और विराट कोहली के बीच तनातनी हो गई. ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी में 10वें ओवर के बाद यह पूरा बवाल हुआ. सैम कोंस्टास को कोहली ने उस समय कंधा मारा, जब वह भारतीय खिलाड़ी के पास से गुजर रहे थे. कोंस्टास को यह बिल्कुल भी पसंद नहीं आया और उन्होंने भी कोहली से कुछ कहा. अंपायर और ऑस्ट्रेलियाई ओपनर उस्मान ख्वाजा ने किसी तरह मामले को शांत कराया.

अब इस व्यवहार के चलते कोहली और कोंस्टास पर ICC एक्शन ले सकता है.क्योंकि यह आईसीसी की आचार संहिता के खिलाफ था. हालांकि इसके लिए मैदानी अंपायरों को ऐसे किसी भी खिलाड़ी की रिपोर्ट करनी होती है, जिसके बारें में अंपायर्स को लगता है कि उस खिलाड़ी ने आचार संहिता का उल्लंघन किया है. फिर अंपायर्स के रिपोर्ट करने के बाद मैच रेफरी अंतिम निर्णय लेता है. आइए जानते हैं आखिर वह ICC का कौन सा नियम है, जिसके तहत कोहली को दोषी पाया जा सकता है.

क्या कहता है ICC का नियम?

ICC की नियमावली में आर्टिकल 2.1 कहता है कि किसी खिलाड़ी, खिलाड़ी के सपोर्ट स्टाफ, अंपायर, मैच रेफरी या मैदान पर किसी अन्य व्यक्ति के साथ अनुचित शारीरिक संपर्क (फिजिकल कॉन्टैक्ट) होने पर खिलाड़ी को सजा सुनाई जा सकती है. क्रिकेट इतिहास में ऐसी घटनाएं पहले भी होती रही हैं और इतिहास उठाकर देखें तो कोहली को एक मैच का प्रतिबंध या सस्पेंशन जैसी सजा नहीं मिलेगी. हालांकि मैच रेफरी सजा के तौर पर उनकी मैच फीस में कटौती या डिमेरिट पॉइंट जरूर दे सकता है.