कोहली की विराट सफलता का मंत्र क्या है? भारतीय दिग्गज ने बताया
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का फाइनल मैच भारत और न्यूजीलैंड के बीच रविवार को संयुक्त अरब अमीरात के दुबई स्थित दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाएगा. इससे पहले प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार जीतने पर विराट कोहली ने वर्षों से अपनी सफलता के मंत्र का खुलासा करते हुए कहा कि 'व्यक्तिगत उपलब्धियों से अधिक टीम को प्राथमिकता देना' व्यक्ति को जीत और महानता की ओर ले जाता है.

विराट कोहली ने आईसीसी नॉकआउट मैच में एक और शानदार प्रदर्शन किया, जिससे भारत ऑस्ट्रेलिया को हराकर पांचवीं बार चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचने में सफल रहा. आधुनिक युग के महान खिलाड़ी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 84 रन की पारी खेली, जिससे यह सुनिश्चित हो गया कि भारत को 265 रन के मुश्किल लक्ष्य का पीछा करते हुए किसी भी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा.
अपने प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार जीतने पर विराट कोहली ने वर्षों से अपनी सफलता के मंत्र का खुलासा करते हुए कहा कि 'व्यक्तिगत उपलब्धियों से अधिक टीम को प्राथमिकता देना' व्यक्ति को जीत और महानता की ओर ले जाता है.
टीम जीतती है तो आप खुश होते हैं- विराट
विराट कोहली ने कहा कि मैं कभी भी उन चीजों पर ध्यान नहीं देता. जब आप उन मील के पत्थरों के बारे में नहीं सोचते, तो वे जीत की राह पर होते हैं. मेरे लिए, यह गर्व करने और टीम के लिए काम करने के बारे में है और अगर मैं तीन अंकों के आंकड़े तक पहुंच जाता हूं तो बहुत बढ़िया है. अगर नहीं, तो ऐसी रातों में, आप जीतते हैं, यह एक खुश ड्रेसिंग रूम होता है और आप फील्ड पर जो कुछ भी हुआ उसके लिए आभारी महसूस करते हैं. फिर आप अपना सिर नीचे रखते हैं, कड़ी मेहनत करते हैं और फिर से सब कुछ करते हैं."
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का फाइनल मैच भारत और न्यूजीलैंड के बीच रविवार को संयुक्त अरब अमीरात के दुबई स्थित दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाएगा.
कब-कब आमने-सामने आए न्यूजीलैंड और भारत?
यह पहली बार नहीं होगा जब भारत और न्यूजीलैंड आईसीसी मेगा इवेंट के फाइनल में आमने-सामने होंगे, इस तरह के इवेंट में उनकी आखिरी भिड़ंत विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल 2021 थी, जिसे कीवी टीम ने जीत हासिल की थी.
पिछले कुछ सालों में न्यूजीलैंड आईसीसी के बड़े इवेंट्स में भारतीय टीम के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है. टी20 विश्व कप (2016, 2021) और वनडे विश्व कप (2019) में मिली हार कुछ ऐसे उदाहरण हैं, जिनसे पता चलता है कि ब्लैककैप्स ने लगातार 'मेन इन ब्लू' को परेशान किया है. इसलिए, इस वर्ष ग्रुप चरण में रोहित शर्मा की टीम को हार का सामना करने के बावजूद, कोई भी फाइनल को भारत के पक्ष में एकतरफा नहीं कह सकता.