WTC Final 2023: पूर्व दिग्गज खिलाड़ी ने विराट की फॉर्म पर दिया बड़ा बयान, बोले- "कोहली को मिला भाग्य का पूरा साथ"
पूर्व दिग्गज खिलाड़ी ने कहा कि विराट कोहली ने जब फिर से रन बनाना शुरू किया तो भाग्य ने उनका पूरा साथ दिया। बल्ले का अंदरूनी किनारा स्टंप्स के पास जा रहा था, मगर स्टंप्स को लग नहीं रहा था। उनके कैच छूट रहे थे या फील्डर थोड़ी दूरी पर होते थे।
भारतीय टीम की आखिरी बार जब टेस्ट मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया से भिड़ंत हुई थी, तब विराट कोहली ने खेल के सबसे लंबे प्रारूप में अपने शतक के सूखे को समाप्त किया था। रन मशीन किंग कोहली के 28वें टेस्ट शतक की बदौलत बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का आखिरी और निर्णायक टेस्ट मुकाबला ड्रॉ रहा और भारतीय टीम ने 2-1 से सीरीज अपने नाम की थी।
कोहली के कंधे पर रहेगी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी -
बता दें कि बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में जीत दर्ज करते हुए भारतीय टीम ने आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में अपनी जगह बनाई। विराट कोहली ने इंडियन प्रीमियर लीग 2023 में भी अपनी लय को बरकरार रखते हुए, शानदार प्रदर्शन कर कई उपलब्धियां अपने नाम की। ऐसे में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में विराट कोहली के कंधों पर भारतीय टीम की बल्लेबाजी की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी रहेगी।
जब भाग्य ने नहीं दिया कोहली का साथ -
WTC के फाइनल मुकाबले से पहले विराट कोहली के फॉर्म के बारे में पूर्व दिग्गज खिलाड़ी सुनील गावस्कर ने एक निजी चैनल में बातचीत के दौरान कहा कि, "विराट कोहली के बुरे दौर में भाग्य ने उनका साथ नहीं दिया था। हर खिलाड़ी कभी न कभी खराब पैच या फिर लीन पैच नामक चीजों से गुजरता है। इसलिए मुझे ये लगता है कि विराट कोहली के साथ भी यही हुआ था।"
जब वापस फॉर्म में लौटे कोहली -
पूर्व दिग्गज खिलाड़ी ने आगे कहा कि, "विराट कोहली ने जब फिर से रन बनाना शुरू किया तो भाग्य ने उनका पूरा साथ दिया। बल्ले का अंदरूनी किनारा स्टंप्स के पास जा रहा था, मगर स्टंप्स को लग नहीं रहा था। उनके कैच छूट रहे थे या फील्डर थोड़ी दूरी पर होते थे। यह भाग्य का एक छोटा हिस्सा ही था, जिसने बुरे दौर में विराट कोहली का साथ छोड़ दिया था, लेकिन अब उसे एक बार फिर वापस मिल गया है।"
कोहली को रास आता है ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलना -
बता दें कि विराट कोहली को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बल्लेबाजी करना बेहद पसंद है। कोहली चार मैचों की टेस्ट सीरीज में कंगारू टीम के खिलाफ सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय खिलाड़ी थे। कोहली ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान 6 पारियों में कुल 297 रन बनाए थे। सुनील गावस्कर ने कहा कि, "विराट कोहली के पास अद्भुत टैलेंट है और उनके अंदर रनों की भूख है। इसमें कोई हैरानी नहीं है कि वह रन बनाने के लिए वापस आ गए हैं।"