WTC Final: इतिहास रचने के मुहाने पर विराट कोहली, डॉन ब्रैडमैन से एक कदम पीछे, सचिन-पोंटिंग को भी छोड़ सकते है पीछे
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के खिताबी मुकाबले में हर किसी की निगाहें भारतीय टीम के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली पर रहने वाली हैं। दरअसल किंग कोहली इस मुकाबले में कई बड़े रिकॉर्ड अपने नाम कर सकते हैं।
बुधवार 7 जून से भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला खेला जाएगा। इंग्लैंड के द ओवल स्टेडियम में दोपहर तीन बजे से दोनों टीमें एक दूसरे के आमने सामने होंगी। इस खिताबी मुकाबले में हर किसी की निगाहें स्टार बल्लेबाज विराट कोहली पर रहने वाली हैं। दरअसल किंग कोहली इस मुकाबले में कई बड़े रिकॉर्ड अपने नाम कर सकते हैं।
डॉन ब्रैडमैन के रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं कोहली -
गौरतलब है कि डॉन ब्रैडमैन के नाम टेस्ट क्रिकेट में 29 शतक दर्ज हैं। किंग कोहली इस प्रारूप में अभी तक 28 शतक लगा चुके हैं। ऐसे में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में कोहली अगर दोनों पारियों में शतक लगाने कामयाब रहते हैं, तो वह डॉन ब्रैडमैन को पीछे छोड़ एक नया कीर्तिमान हासिल कर सकते हैं। वहीं अगर किंग कोहली इस खिताबी मुकाबले में एक भी शतक जड़ देते हैं, तो वह डॉन ब्रैडमैन के के रिकॉर्ड की बराबरी कर लेंगे।
सचिन और पोंटिंग को पीछे छोड़ सकते कोहली -
बता दें कि डॉन ब्रैडमैन के अलावा विराट कोहली के पास सचिन तेंदुलकर और रिकी पोंटिंग को भी पीछे छोड़ने का सुनहरा अवसर है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में अगर किंग कोहली 112 रन बनाने सफल रहते हैं तो, सचिन तेंदुलकर और रिकी पोंटिंग के विश्व रिकॉर्ड को तोड़, वह एक खास उपलब्धि हासिल कर लेंगे।
आईसीसी (अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) टूर्नामेंट के नॉकआउट मुकाबलों में अभी सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड कंगारू टीम के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग के नाम दर्ज है। नॉकआउट मुकाबलों में पोंटिंग ने 18 पारियों में कुल 731 रन बनाए हैं। इस रिकॉर्ड सूची में मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर का नाम दूसरे नंबर पर दर्ज है। सचिन तेंदुलकर ने आईसीसी के नॉकआउट मुकाबलों में 14 पारियों में कुल 658 रन बनाए हैं।
WTC फाइनल के लिए भारतीय टीम की संभावित प्लेइंग XI -
रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे, ईशान किशन (विकेटकीपर, बल्लेबाज), रविंद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज और शार्दुल ठाकुर।